श्रीलंका में धूमधाम से मना “धार्मिक पर्व”, भारत की बौद्ध विरासत पर लगी प्रदर्शनी
कोलंबो (शाश्वत तिवारी)। श्रीलंका में मंगलवार को बक पूर्णिमा पोया दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया, जो भगवान बुद्ध की श्रीलंका की दूसरी यात्रा का प्रतीक है। इस पावन पर्व के अवसर पर यहां भारत की समृद्ध बौद्ध विरासत पर एक प्रदर्शनी का आयोजन हुआ। श्रीलंका में बौद्ध धर्म के अनुयायियों के बीच इस दिन का खास महत्व है, यही वजह है कि बक पूर्णिमा पोया दिवस को देश में धार्मिक अवकाश भी घोषित किया गया है। धार्मिक पर्व मनाने के लिए यहां एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें भारतीय उच्चायुक्त संतोष झा उपस्थित हुए।
कोलंबो स्थित भारतीय दूतावास ने एक बयान में कहा बक पूर्णिमा पोया दिवस के उपलक्ष्य में उच्चायुक्त संतोष झा और परम धम्म चेथिया पिरिवेना वेन के मुख्य पदाधिकारी डॉ. मैतीपे विमलसारा महा थेरा ने पिरिवेना में भारत की बौद्ध विरासत पर एक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस दौरान बौद्ध धर्म और भारत पर पुस्तकें भी दान की गईं।
भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा यह एक्जिबिशन कोलंबो में भारतीय उच्चायोग द्वारा मोबाइल प्रदर्शनी श्रृंखला की तीसरी प्रदर्शनी है, जिसे इस वर्ष प्रत्येक पोया दिवस (पूर्णिमा) पर विभिन्न बौद्ध पूजा स्थलों पर प्रदर्शित किया जाएगा। भारत की धरा से उत्पन्न बौद्ध धर्म श्रीलंका में भी एक महत्त्वपूर्ण धर्म है। प्राचीन काल से ही दोनों देशों के बीच मजबूत सांस्कृतिक संबंध रहे हैं, जो अब और सुदृढ़ हो रहे हैं। भारत सरकार और भारतीय उच्चायोग के प्रयासों से भारत अब द्वीप राष्ट्र में रामायण से जुड़े स्थानों को विकसित करने पर भी जोर दे रहा है।