जानें क्या है PETN? जिसने हिजबुल्लाह के गढ़ में मचा दी तबाही, पेजर में लगाकर किए गए ताबड़तोड़ विस्फोट

 लेबनान स्थित हिजबुल्लाह के गढ़ में मंगलवार को ताबड़तोड़ कई धमाके हुए. जिसमें कई लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग घायल हो गए. ये विस्फोट पेजर में विस्फोटक लगाकर किए गए.

 इजरायल और हमला के बीच चल रहे युद्ध में जब से हिजबुल्लाह की एंट्री हुई है. तब से लेबनान सीमा से भी इजराय पर हमले किए जा रहे हैं. लेकिन मंगलवार को लेबनान में स्थिर हिजबुल्लाह के ठिकानों पर अचानक से एक के बाद कई कई पेजर में ब्लास्ट हुआ. जिससे कई लगभग दर्जनभर लोगों की मौत हो गई. जबकि 3000 के करीब लोग घायल हो गए.

हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हुए इन ब्लास्ट के बाद दुनिया हैरान कि आखिर हिजबुल्लाह के ठिकानों पर ये धमाके कैसे और क्यों हुए. इस बीच कई रिपोर्ट्स में कहा गया है कि जिन पेजर में धमाका हुआ उनमें छेड़छाड़ कर विस्फोटक लगाया गया था. इसके पीछे इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद का हाथ माना जा रहा है. ऐसे में हर कोई ये जानना चाहता है कि आखिर ये विस्फोटक है क्या?

जानें क्या है PETN?

बता दें कि हिजबुल्लाह के ठिकानों पर पेजर में विस्फोट के लिए पीईटीएन (PETN) का इस्तेमाल किया गया. जिसका पूरा नाम Pentaerythritol Tetranitrate एक रासायनिक सब्सटेंस है. जो एक प्लास्टिसाइजर के साथ मिलकर प्लास्टिक विस्फोटक बनाने का काम करता है. इसीलिए इसे प्लास्टिक बमों में सबसे अधिक शक्तिशाली और खतरनाक माना जाता है.

यही नहीं इस विस्फोटक को डिटेक्ट करना भी बहुत मुश्किल है. क्योंकि इसके अणु बेहद संगठित होते हैं. जिसके चलते सेंसर से भी इसकी पहचान नहीं की जा सकती. इस विस्फोटक का इस्तेमाल अमोनियम नाइट्रेट और पोटेशियम नाइट्रेट के साथ किया जाता है, जिससे विस्फोट का असर व्यापक होता है. बता दें कि इस रासायनिक सब्सटेंस की खोज जर्मनी में की गई थी. जिसे प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान सेना ने इस्तेमाल किया था.

आतंकी संगठन करते हैं PETN का इस्तेमाल

एक मीडिया रिपोर्ट की मानें तो इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने हिजबुल्लाह के पेजर के भीतर PETN लगाया. जिसे पेजर की बैटरीज पर गाया गया था. उसके बाद पेजर्स में बैटरी के तापमान को बढ़ाकर इसमें विस्फोट कर दिया गया. बता दें कि इस विस्फोटक का वजन 20 ग्राम से भी कम बताया जा रहा है. अमेरिकी अधिकारियों की मानें तो विस्फोट के लिए जिन पेजर का इस्तेमाल किया गया वे ताइवान की कंपनी के AP924 मॉडल के थे. ताइवान से आई पेजर की खेप में हर पेजर पर एक से दो औंस का विस्फोटक लगा हुआ था.

पेजर की बैटरी के बगल में लगाया गया था विस्फोटक

विस्फोटक को पेजर में लगी बैटरी के बगल में लगाया गया था. रिपोर्ट के मुताबिक, लेबनान में दोपहर 3.30 बजे इन पेजर्स पर एक मैसेज आया. इस मैसेज ने पेजर में लगे विस्फोटक को एक्टिवेट कर दिया. इसके साथ ही ये भी दावा किया जा रहा है कि इन पेजर डिवाइसों में धमाके से पहले कई सेकेंड तक बीप की आवाज सुनाई दी. बताया जा रहा है कि मोसाद ने पेजर के अंदर बैटरी पर यह विस्फोटक लगाया था. इस विस्फोटक को किसी डिवाइस या स्कैनर से डिकेक्ट करना बेहद मुश्किल है. बता दें कि इस रसायन का इस्तेमाल मोसाद ही नहीं बल्कि लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन और अलकायदा जैसे आतंकी संगठन भी करते हैं.

मंगलवार दोपहर में हुए थे धमाके

बता दें कि मंगलवार दोपहर साढ़े तीन बजे लेबनान की राजधानी बेरूत और दक्षिणी लेबनान के कई इलाकों विशेष रूप से पूर्वी बेका वैली में पेजर में सीरियल ब्लास्ट होना शुरू हुए. बता दें कि इन इलाकों को हिजबुल्लाह का गढ़ माना जाता है.

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