सूडान में बढ़ती लड़ाई के कारण नहीं पहुंच पा रही मानवीय सहायता : डब्ल्यूएफपी

खार्तूम। वर्ल्ड फूड कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) ने कहा कि सूडान में बढ़ती लड़ाई के कारण अकालग्रस्त क्षेत्रों तक मानवीय मदद नहीं पहुंच पा रही है।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने डब्ल्यूएफपी के बयान का हवाला देते हुए बताया, उत्तरी कोर्डोफन के उम राववाबा में लड़ाई की वजह से काफिला उत्तर और दक्षिण कोर्डोफन के अकाल के जोखिम वाले क्षेत्रों तक नहीं पहुंच पाया, जिसमें कडुगली और डिलिंग भी शामिल हैं।

इसमें कहा गया है कि ट्रकों को सुरक्षित स्थान पर लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा। स्थिति अनुकूल होने पर ट्रक कों दक्षिण कोर्डोफन और ब्लू नाइल राज्य के अन्य सुगम्य क्षेत्रों में भेजे जाएगा।

डब्ल्यूएफपी ने कहा कि हाल के हफ्तों में लड़ाई और भीषण गोलाबारी के कारण उपलब्ध कॉरिडोर भी अधिक खतरनाक हो गए हैं।

संयुक्त राष्ट्र संगठन ने बताया कि अक्टूबर में इसने देश भर में 2.8 मिलियन लोगों को भोजन, नकद और पोषण संबंधी सहायता प्रदान की। अब यह 14 भूखमरी हॉटस्पॉट में भोजन और पोषण सहायता पहुंचाने के लिए काम कर रहा है। इनमें कई डारफुर, कोर्डोफन, खार्तूम और गीज़ीरा के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में स्थित हैं, जहां संघर्ष लगातार बढ़ रहा है।

डब्ल्यूएफपी स्थानीय सहयोगियों के माध्यम से खार्तूम के क्षेत्रों में कम्युनिटी किचन को मदद दे रहा है। कम्युनिटी किचन का लक्ष्य हर महीने 100,000 तक होट मील वितरित करना है।

डब्ल्यूएफपी अपनी नकद-आधारित सहायता का भी विस्तार कर रहा है, जिसमें खार्तूम के निवासियों के लिए नकद-आधारित सहायता के लिए सेल्फ-रजिस्ट्रेशन पायलट की शुरुआत भी शामिल है।

सूडानी सरकार ने हाल ही में घोषणा की है कि सूडानी सशस्त्र बलों और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज के बीच चल रहे संघर्ष के कारण देश में 28.9 मिलियन लोगों को मानवीय सहायता की जरूरत है। यह संघर्ष अप्रैल 2023 के मध्य में शुरू हुआ था।

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