दानापुर के गंगा घाटों पर मकर संक्रांति पर उमड़ा सैलाब, श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

दानापुर। मकर संक्रांति के पावन अवसर पर पटना के दानापुर क्षेत्र के विभिन्न गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं ने भारी संख्या में पहुंचकर गंगा स्नान किया। सुबह से ही घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी, जिन्होंने आस्था और विश्वास के साथ गंगा में डुबकी लगाई और पूजा-अर्चना की।

घाटों पर महिलाओं, पुरुषों और बच्चों ने गंगा में स्नान के बाद सूर्य को अर्घ्य दिया। इसके बाद दान-पुण्य का विशेष महत्व होने के कारण लोगों ने अन्न, कपड़े, तिल, गुड़ और अन्य वस्तुओं का दान किया।

स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। नगर निगम ने घाटों की साफ-सफाई सुनिश्चित की। नावों और गोताखोरों की भी व्यवस्था की गई, ताकि किसी भी अनहोनी से बचा जा सके।

गंगा घाट पर मौजूद पुजारी ने आईएएनएस से बातचीत के दौरान बताया कि मकर संक्रांति पर गंगा स्नान और दान को विशेष फलदायी माना जाता है। इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं, जिसे शुभ और पुण्यकारी माना जाता है। इस दिन गंगा स्नान करने से व्यक्ति के सभी पाप, चाहे वे जाने-अनजाने में किए गए हों, सब खत्म हो जाते हैं।

गंगा घाट पर आई एक महिला श्रद्धालु ने आईएएनएस बात करते हुए कहा कि इस दिन गंगा स्नान करने से बहुत पुण्य मिलता है। मकर संक्रांति के पावन अवसर पर हम लोग स्नान करने आए हैं।

श्रद्धालु विनोद कुमार ने बताया कि आज मकर संक्रांति का पर्व है। गंगा स्नान करने और दान करने से बहुत लाभ मिलता है। आज का दिन शुभ माना जाता है।

एक अन्य श्रद्धालु ने बताया कि मकर संक्रांति पर्व हिंदुओं के लिए महान पर्व है। इस मां गंगा का दर्शन पूजन और स्नान करने से सभी पापों के नाश होता है। सभी कष्ट दूर होते हैं।

बता दें कि मकर संक्रांति हिंदू धर्म में विशेष स्थान है, जो सूर्य देव के मकर राशि में प्रवेश के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। यह त्योहार जीवन में नयापन, उत्साह और उल्लास लेकर आता है। मकर संक्रांति के दिन ब्रह्म बेला में गंगा स्नान का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान करने से व्यक्ति के सभी पाप, चाहे वे जाने-अनजाने में किए गए हों, उनसे मुक्ति मिली है। इस दिन गंगा की पवित्र जल धाराओं में स्नान करने से आत्मा को शांति और पवित्रता का अहसास होता है।

Related Articles

Back to top button