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सिडनी टेस्ट Day 2 : दूसरी पारी में भारतीय टीम को 145 रन की बढ़त

ऑस्ट्रेलिया टीम और भारतीय टीम के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के सिडनी टेस्ट में जसप्रीत बुमराह की टीम ने 145 रनों की बढ़त बनाई। दिन का खेल खत्म होने तक वाशिंगटन सुंदर (6) और रविंद्र जडेजा (8) नाबाद थे।

भारत की पहली पारी सिर्फ 185 रन पर खत्म हुई थी। जवाब में कंगारू टीम 181 रन पर ढेर हो गई। भारत ने अपनी दूसरी पारी में 6 विकेट सिर्फ 141 रन पर खो दिए हैं। दूसरे दिन कंगारू टीम ने 9/1 के स्कोर से आगे खेलना शुरू किया। 51 ओवर में पूरी टीम पवेलियन में थी। ब्यू वेबस्टर ने सबसे बड़ी 57 रन की पारी खेली।

Cricket Australia via Getty Images

मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा ने सबसे ज्यादा 3-3 विकेट लिए। दूसरी पारी में भारतीय टीम की शुरुआत फिर खराब रही और 130 रन तक 6 बल्लेबाज पवेलियन में थे। ऋषभ पंत ने अकेले मोर्चा संभाला और धमाकेदार अर्धशतकीय पारी खेली। स्कॉट बोलैंड ने 4 विकेट झटके।

पंत ने 33 गेंदों का सामना किया और 61 रन बनाकर आउट हुए। उनके बल्ले से 6 चौके और 4 छक्के निकले। उनकी स्ट्राइक रेट 184.85 की रही। पंत ने 29 गेंदों का सामना करते हुए अपना अर्धशतक पूरा किया। यह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में किसी भी भारतीय बल्लेबाज का दूसरा सबसे तेज अर्धशतक है। पहले स्थान पर भी पंत ही हैं। उन्होंने श्रीलंका टीम के खिलाफ साल 2022 में 28 गेंदों पर अर्धशतक जड़ दिया था।

जसप्रीत बुमराह के सीरीज में 32 विकेट हो गए हैं। वह विदेशी सरजमीं पर भारत के लिए किसी 1 टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं। उन्होंने 47 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा है। उनसे पहले बिशन सिंह बेदी ने 1977-78 की ऑस्ट्रेलिया सीरीज में 23.87 की औसत से 31 विकेट झटके थे। तीसरे स्थान पर भागवत चंद्रशेखर हैं।

उन्होंने उसी सीरीज में 5 टेस्ट में 25.14 की औसत से 28 विकेट अपने नाम किए थे। बुमराह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की किसी 1 सीरीज में संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज भी बन गए हैं। उन्होंने हरभजन सिंह की बराबरी की है। हरभजन ने साल 2000-01 की सीरीज में 3 टेस्ट खेलते हुए 17.03 की औसत से 32 विकेट लिए थे। उन्होंने 17.03 की औसत से गेंदबाजी की थी और 4 बार 5 विकेट हॉल लिए थे।

रविचंद्रन अश्विन 29 विकेट के साथ इस सूची में तीसरे स्थान पर हैं। वेबस्टर ने 105 गेंदों का सामना किया और 5 चौकों से 57 रन बनाने में सफल रहे। उनकी स्ट्राइक रेट 54.29 की रही।

इस खिलाड़ी ने अपने डेब्यू मुकाबले में ही अर्धशतक जड़ दिया। उन्होंने 31 साल और 33 साल की उम्र में अर्धशतक लगाया। वह नंबर-6 या फिर उससे निचे बल्लेबाजी करते हुए डेब्यू टेस्ट में अर्धशतक जड़ने वाले चौथे सबसे उम्रदराज बल्लेबाज भी बन गए हैं।

यशस्वी जायसवाल ने सीरीज में 391 रन बनाए। वह 25 साल से कम उम्र के भारतीय बल्लेबाजों में ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर 1 टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बने हैं। सचिन तेंदुलकर ने 1991-92 की सीरीज में 368 रन बनाए थे।

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