सैयद मुश्ताक अली : मध्य प्रदेश की हार, मुंबई दूसरी बार चैंपियन
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के फाइनल में मुंबई टीम ने मध्य प्रदेश को 5 विकेट से हराते हुए दूसरी बार यह खिताब जीता। बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए खिताबी मुकाबले में मध्य प्रदेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुए कप्तान रजत पाटीदार के अर्धशतक (81) से 174/8 का स्कोर बनाया।
जवाब में मुंबई को शुरुआती झटके लगे, लेकिन बाद में टीम ने 17.5 ओवर में 5 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। मध्य प्रदेश ने 6 रन तक अपने दोनों सलामी बल्लेबाजों के विकेट खो दिए थे। सुभ्रांशु सेनापति भी (23) बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे। इसके बाद कप्तान पाटीदार (81) ने स्कोर को 170 के पार पहुंचाया।
जवाब में मुंबई को भी 47 रन तक दो झटके लग गए। उसके बाद अजिंक्य रहाणे (37) और सूर्यकुमार यादव (48) ने स्कोर को आगे बढ़ाया। अंत में सूर्यांश शेडगे (36) ने टीम को 17.5 ओवर में ही जीत दिलाई। मुंबई ने दूसरी बार यह खिताब जीता है। वह 2022-23 में भी फाइनल में पहुंची थी और हिमाचल को हराकर खिताब जीता था। इसी तरह मध्य प्रदेश दूसरी बार खिताब जीतने से चूक गई। इससे पहले वह 2010-10 में भी खिताब जीतने से चूकी थी।
मैच में पाटीदार ने अपनी बेहतरीन फॉर्म को जारी रखते हुए लगातार दूसरा अर्धशतक जड़ा। उन्होंने सेमीफाइनल में भी नाबाद 66 रन की पारी खेली थी। वह इस पारी में 40 गेंदों में 6 चौके और 6 छक्कों से 81 रन बनाकर नाबाद रहे।
उनके इस सीजन में 400 रन भी पूरे हो गए हैं। वह अब तक 10 मैच की 9 पारियों में 61.14 की औसत से 428 रन बना चुके हैं। इसमें 5 अर्धशतक शामिल हैं। रहाणे ने अपनी फॉर्म के अनुसार पारी की बेहतरीन शुरुआत की, लेकिन 30 गेंदों में 4 चौकों से 37 रन बनाकर पवेलियन लौट गए।
इसके साथ ही वह इस सीजन में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे हैं। उन्होंने 9 मैच की 8 पारियों में 58.62 की औसत और 164.56 की स्ट्राइक रेट से 469 रन अपने नाम किए हैं। इस दौरान उन्होंने संयुक्त रूप से सर्वाधिक 5 अर्धशतक जड़े हैं। पाटीदार के भी 5 ही अर्धशतक हैं।
इस मैच में मध्य प्रदेश के गेंदबाज कुमार कार्तिकेय ने 4 ओवर में 39 रन खर्च कर 1 विकेट झटका। वह इस सीजन में दूसरे सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे हैं। उन्होंने इस सीजन में 10 मैचों में 17.05 की औसत और 7.63 की इकॉनमी से कुल 17 विकेट झटके हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/25 का रहा है।
इस सीजन में चंडीगढ़ के जगजीत सिंह 18 विकेट के साथ सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे हैं। श्रेयस अय्यर की अगुवाई वाली मुंबई टीम ने 6 में से 5 मैच जीतकर दूसरे दौर के लिए क्वालीफाई किया था।
उसे एकमात्र हार केरल टीम के खिलाफ 43 रनों से मिली थी। हालांकि, मुंबई ने जोरदार वापसी की और लगातार 5 मैच जीते। क्वार्टर फाइनल में उसने विदर्भ को 6 विकेट से हराया और सेमीफाइनल में बड़ौदा टीम के 159 रन के लक्ष्य को 6 विकेट और 14 गेंद शेष रहते हुए हासिल कर लिया था। पाटीदार के नेतृत्व में मध्य प्रदेश ने भी अपने पहले दौर के 7 मैचों में से 6 जीते। वह अपने ग्रुप में दूसरी सर्वश्रेष्ठ टीम थी।
उसने मिजोरम, मेघालय, पंजाब और बंगाल को हराकर शुरुआत की। इसके बाद उसे राजस्थान के खिलाफ हार मिली। इसके बाद, मध्य प्रदेश ने हैदराबाद और बिहार जैसी टीमों को मात देकर शानदार अंत किया। मध्य प्रदेश ने क्वार्टर फाइनल में सौराष्ट्र को हराया और सेमीफाइनल में दिल्ली को धूल चटाई थी।