23 या 24 अक्टूबर कब है अहोई अष्टमी?, जानें सही डेट और महत्व!
वैदिक पंचांग के मुताबिक यह स्नान हर वर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को किया जाता है. इसी दिन लोग अहोई अष्टमी का व्रत भी रखते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं इस साल स्नान के लिए 23 या 24 अक्टूबर का में से कौन सा दिन शुभ रहेगा.
सनातन धर्म में हिन्दुओं को राधा कुंड में स्नान का विशेष महत्व है. उत्तर प्रदेश के मथुरा में मौजूद राधा कुंड में स्नान करने के लिए हर साल लोग दूर-दूर से यहां आते हैं. वैदिक पंचांग के मुताबिक यह स्नान हर वर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को किया जाता है, इसी दिन लोग अहोई अष्टमी का व्रत भी रखते हैं. लेकिन इस बार अष्टमी तिथि को लेकर थोड़ा असमंजस की स्थिति है. आइए जानते हैं इस साल स्नान के लिए 23 या 24 अक्टूबर का में से कौन सा दिन शुभ रहेगा.
वैदिक पंचांग के मुताबिक, इस साल कार्तिक मास में पड़ने वाली कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि का प्रारंभ 24 अक्टूबर 2024 को सुबह 01:18 बजे हो रहा है, जो अगले दिन 25 अक्टूबर 2024 को प्रातः 01:58 बजे समाप्त होगी. ऐसे में उदयातिथि के आधार पर 24 अक्टूबर 2024 दिन ग्रिड पर राधा कुंड स्नान का आयोजन किया जाएगा.
स्नान करने का शुभ मुहूर्त
अहोई अष्टमी की रात 12 बजे के बाद राधा कुंड में स्नान करना बेहद शुभ होता है. इस दिन मध्यरात्रि में स्नान का स्नान करने का शुभ मुहूर्त 25 अक्टूबर 2024 को सुबह 11:38 बजे से 12:29 बजे तक रहेगा.
राधा कुंड स्नान का महत्व
ऐसा माना जाता है कि अहोई अष्टमी के शुभ दिन पर, भक्त पवित्र राधा कुंड में पवित्र स्नान करते हैं क्योंकि स्नान करना बेहद शुभ माना जाता है. हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, अहोई अष्टमी की पूर्व संध्या पर राधा कुंड में स्नान करने से दंपत्तियों को संतान का आशीर्वाद मिलता है. इसलिए, सैकड़ों जोड़े उत्तर प्रदेश के मथुरा राधा कुंड में जाते हैं और इसमें स्नान करते हैं, जिसे मुख्य रूप से राधा कुंड स्नान के रूप में जाना जाता है.