आर्थिक तंगी से हैं परेशान? तो विश्वकर्मा पूजा पर चुपचाप करें ये 3 अचूक उपाय
इस साल विश्वकर्मा पूजा का त्योहार 17 सितंबर 2024 को मनाया जाएगा. इस दिन भगवान विश्वकर्मा को प्रसन्न करने के लिए आप ये चमत्कारी उपाय कर सकते हैं.
भगवान विश्वकर्मा का हिन्दू धर्म में एक खास स्थान है. माना जाता है कि जब ब्रह्मा जी ने इस सृष्टि की रचना की थी, तब इसे सजाने और संवारने का कार्य भगवान विश्वकर्मा को सौंपा गया था. इसलिए उन्हें सृष्टि का शिल्पकार भी कहा जाता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भाद्रपद माह में जब सूर्य देव ने कन्या राशि में प्रवेश किया, उसी समय भगवान विश्वकर्मा का जन्म हुआ था. इसी वजह से हर साल सूर्य के कन्या राशि में प्रवेश के दिन विश्वकर्मा जयंती का पर्व मनाया जाता है. इसके साथ ही ज्योतिष की मानें तो विश्वकर्मा पूजा के दिन अगर कुछ विशेष उपाय किया जाए तो इससे आपके जीवन में खुशियों का आगमन हो सकता है. तो चलिए जानते हैं इन उपायों के बारे में.
विश्वकर्मा पूजा पर करें ये खास उपाय
1. धन लाभ के लिए
विश्वकर्मा जयंती के दिन सुबह के समय पूजा करना अत्यधिक लाभकारी होता है. यदि आपके जीवन में पैसों की कमी या परिवार में शांति का अभाव है, तो इस दिन भगवान विश्वकर्मा की विशेष पूजा करें. इसके लिए प्रात: स्नान आदि से निवृत्त होकर घर के मंदिर में भगवान विश्वकर्मा की तस्वीर स्थापित करें. तस्वीर के सामने कलश रखें और उसमें जल भरें. इसके बाद भगवान को अक्षत, फल, फूलों की माला, चंदन, सुपारी और पीली सरसों अर्पित करें. यदि इस पूजा को सच्चे मन से किया जाए, तो जल्द ही सभी परेशानियों से छुटकारा मिल सकता है.
2. घर में सुख-शांति के लिए
भगवान विश्वकर्मा की पूजा करने से पहले भगवान विष्णु की आराधना करना आवश्यक होता है. इसके बाद, घर के चारों कोनों में पीली सरसों का छिड़काव करें. यह उपाय घर में नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करने में मदद करता है. इसके अलावा, पूजा के समय घर के प्रत्येक सदस्य के हाथ पर रक्षा सूत्र बांधें. धार्मिक मान्यता है कि इस उपाय से धन प्राप्ति की राह में आने वाली सभी बाधाएं दूर होती हैं और घर में सुख-शांति बनी रहती है.
3. घर में सकारात्मकता लाने के लिए
पूजा के बाद अपने हाथ में फूल और अक्षत लें और भगवान विश्वकर्मा को समर्पित मंत्रों का तीन से चार बार जाप करें. इसके बाद, हाथ में रखे अक्षत को घर की चारों दिशाओं में छिड़क दें. ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य में सुधार होने लगता है.