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Bihar Politics: बिहार की सियासत गरमायी, पटना पुलिस ने प्रशांत किशोर को हिरासत में लेकर गांधी मैदान खाली कराया

बीएस राय: जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर को अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल के दौरान पटना पुलिस ने गांधी मैदान से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उन्हें इलाज के लिए एम्स अस्पताल ले जाने की कोशिश की, लेकिन प्रशांत किशोर ने इलाज से इनकार कर दिया। पुलिस ने गांधी मैदान में प्रवेश पर रोक लगा दी है।

पटना के गांधी मैदान में पांच दिनों से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर को पटना पुलिस ने 6 जनवरी 2025 की सुबह गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई उस समय हुई जब प्रशांत किशोर राज्य की ध्वस्त शिक्षा व्यवस्था और भ्रष्ट परीक्षा प्रक्रिया के खिलाफ आवाज उठा रहे थे। पुलिस ने गांधी मैदान में उस जगह को भी खाली करा दिया, जहां प्रशांत किशोर ने अनशन शुरू किया था।

जन सुराज की ओर से जारी प्रेस रिलीज के मुताबिक, पुलिस ने प्रशांत किशोर को जबरन उठाकर एम्स अस्पताल ले गई। प्रेस रिलीज में यह भी दावा किया गया है कि पुलिस ने प्रशांत किशोर के साथ बदसलूकी की और उन्हें थप्पड़ भी मारे। पुलिस ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की कोशिश की, लेकिन प्रशांत किशोर ने किसी भी तरह का इलाज कराने से इनकार कर दिया और अपना अनशन जारी रखने की कसम खाई।

प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी के बाद पटना पुलिस ने गांधी मैदान में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर दी है। मैदान में किसी भी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है और वाहनों की जांच की जा रही है। प्रशासन का कहना है कि गांधी मैदान प्रतिबंधित क्षेत्र है और वहां किसी भी तरह का विरोध प्रदर्शन अवैध है।

जन सुराज पार्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी दी कि पुलिस ने रात में कार्रवाई करते हुए प्रशांत किशोर और उनके साथ बैठे हजारों युवाओं को हिरासत में लेकर अज्ञात स्थान पर ले जाया गया। सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा गया है, “नीतीश कुमार की कायरता देखिए, उनकी पुलिस ने पिछले 5 दिनों से बर्बाद शिक्षा और भ्रष्ट परीक्षा के खिलाफ आमरण अनशन पर बैठे प्रशांत किशोर को रात 4 बजे जबरन हिरासत में ले लिया। उनके साथ बैठे हजारों युवाओं को अज्ञात स्थान पर ले जाया गया।”

जिला प्रशासन ने बताया कि जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर और उनके समर्थकों के खिलाफ गांधी मैदान थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। प्रशासन ने उन्हें बार-बार निर्देश दिया था कि वे निर्धारित स्थान गर्दनीबाग में ही धरना दें, लेकिन वे निर्देश की अनदेखी करते हुए प्रतिबंधित क्षेत्र में ही धरना देते रहे। प्रशासन के मुताबिक प्रशांत किशोर को कानूनी प्रक्रिया के तहत कोर्ट में पेश किया जाएगा।

हिरासत में लिए जाने से पहले प्रशांत किशोर ने साफ किया कि वे अपना धरना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, “हमारे लिए यह निर्णय का विषय नहीं है कि हम इसे जारी रखेंगे या नहीं। हम जो भी कर रहे हैं, वह जारी रहेगा। इसमें कोई बदलाव नहीं होगा।” प्रशांत किशोर ने कहा कि जन सुराज पार्टी 7 जनवरी को पटना हाईकोर्ट में याचिका दायर कर बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा रद्द करने की मांग करेगी।

उन्होंने कहा, ‘हमने जो कहा था, उसके अनुसार हम कानूनी प्रक्रिया अपनाकर अपनी मांगों को पूरा करवाने का प्रयास करेंगे।’ पुलिस और प्रशासन का रुख प्रशासन का कहना है कि प्रशांत किशोर और उनके समर्थकों को गिरफ्तार करने के बाद गांधी मैदान में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। जिला प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि गिरफ्तार किए गए सभी लोग स्वस्थ हैं और उन्हें किसी तरह की स्वास्थ्य समस्या नहीं है।

प्रशांत किशोर द्वारा शुरू किया गया जन सुराज आंदोलन बिहार की शिक्षा व्यवस्था में सुधार और परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता की मांग कर रहा है। उनका आंदोलन छात्रों और युवाओं के बीच चर्चा का विषय बन गया है। प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी को लेकर सोशल मीडिया पर लोग अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कई लोग इसे लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन मान रहे हैं।

यह देखना अहम होगा कि प्रशांत किशोर की याचिका हाईकोर्ट में क्या नतीजा लेकर आती है और बिहार सरकार इस मामले में क्या रुख अपनाती है। फिलहाल जन सुराज प्रमुख ने अपना आंदोलन जारी रखने का संकल्प जताया है, जिससे यह साफ है कि आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति में उथल-पुथल मच सकती है।

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