Trending

भारत को सुपरस्टार कल्चर नहीं, टीम कल्चर की जरुरत : इरफान पठान

ऑस्ट्रेलिया दौरे पर क्रिकेटर विराट कोहली का बल्ला खामोश रहा। वह पांच टेस्ट की 9 पारियों में 23.75 की औसत से 190 रन ही बना सके। उन्होंने पहले टेस्ट में शतक जमाया लेकिन निरंतरता कायम नहीं रख सके। वह न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में भी फ्लॉप रहे थे।

साभार : गूगल

पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान ने कोहली की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने निराशाजनक प्रदर्शन को लेकर कोहली की क्लास लगाई। उन्होंने साथ ही कोहली को महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर की ‘शरण’ में जाने की सलाह दी। पठान का कहना है कि कोहली के पास जब वक्त हो तो घरेलू क्रिकेट में उतरना चाहिए। बता दें कि कोहली ने 2012 के बाद से घरेलू क्रिकेट नहीं खेला है।

पठान ने सिडनी में भारत की हार के बाद कहा, ”भारत को सुपरस्टार कल्चर नहीं चाहिए। भारत को टीम कल्चर चाहिए। मुझे आप यह बताइए कि विराट कोहली कब आखिरी बार डोमेस्टिक क्रिकेट खेले थे? एक दशक से अधिक समय हो चुका है।

उसके बाद महान सचिन तेंदुलकर भी खेल गए, जो रिटायर हो चुके हैं। सचिन को जरूरत नहीं थी लेकिन वह फिर भी घरेलू क्रिकेट खेलते थे। वह इसलिए खेलते थे कि पिच पर खड़े रहना, चार दिन फील्डिंग करना, दूसरी पारी में दोबारा आने से फायदा मिलता था। रन बनाना या नहीं बनाना मुद्दा नहीं होता क्योंकि उन्होंने बहुत रन बनाए।”

उन्होंने कहा, ”2024 में भारतीय टीम को पहली पारी में काफी जूझना पड़ा। पहली पारी में जहां मैच सेट किया जाता है, वहां पर कोहली का औसत 15 का है। अगर हम पिछले पांच सालों के कोहली के आंकड़े देखें तो उनका 30 का औसत भी नहीं है। क्या भारतीय टीम अपने सीनियर खिलाड़ी से ये डिजर्व करती है। उससे अच्छा तो आप किसी युवा प्लेयर को लगातार मौका दीजिए, उसे तैयार होने के लिए कहिए।

25-30 का औसत तो वह भी दे देगा। यहां पर बात किसी एक खिलाड़ी की नहीं बल्कि टीम की है।” कोहली ऑस्ट्रेलिया दौरे पर ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदों पर जूझते हुए नजर आए। वह लगभग एक ही तरह से आठ बार आउट हुए। पठान का मानना है कि कोहली ने गलती सुधारे पर काम नहीं किया। उन्होंने जब यह बात कही, तब सिडनी के मैदान पर गावस्कर उनके साथ मौजूद थे।

पूर्व ऑलराउंडर ने कहा, ”कोहली की जब बात कर रहे हैं तो उन्हें डीग्रेड थोड़े ही कर रहे हैं। हम यह नहीं कह रहे कि उन्होंने बिलकुल रन नहीं बनाए। उन्होंने भारत के लिए बहुत कमाल किया है। बहुत परफॉर्मेंस दी हैं। लेकिन एक ही गलती से बार-बार आउट होना कहां तक ठीक है।

सुनील गावस्कर सर ने उनकी तकनीकी गलती के बारे में बात की है। वह तकनीकी गलती को दूर करने की कोशिश नहीं कर रहे। गावस्कर सर यहां मैदान में होते हैं। कोहली को गावस्कर सर से बात करने में या किसी महान खिलाड़ी से बात करने में कितनी देर लगेगी। गलती ठीक करने में मेहनत लगती है, जो दिखाई नहीं दी।”

Related Articles

Back to top button