मोहम्मद सिराज व ट्रैविस हेड को आईसीसी ने इस वजह से सुनाई सजा
भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ट्रैविस हेड को बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के दूसरे टेस्ट के दौरान मैदान पर हुई घटना के लिए आईसीसी ने सजा सुनाई है।
हालांकि, मोहम्मद सिराज पर कुछ ज्यादा ही सख्ती आईसीसी ने दिखाई है, जबकि ट्रैविस हेड को सिर्फ एक फटकार के तौर पर डिमेरिट पॉइंट मिला है। हालांकि, मोहम्मद सिराज और ट्रैविस हेड दोनों के बीच मैच के आखिर में एक जुगलबंदी दिखी, लेकिन आईसीसी ने फिर भी सजा दी है।
मोहम्मद सिराज को प्लेयर्स एंड प्लेयर सपोर्ट स्टाफ के लिए आईसीसी आचार संहिता के आर्टिकल 2.5 के उल्लंघन का दोषी पाया गया है। सिराज पर मैच फीस का 20% जुर्माना लगाया गया है, जो ऐसी भाषा, क्रिया या हाव-भाव का उपयोग करने से संबंधित है जो अपमानजनक है या जो आउट होने पर बल्लेबाज से आक्रामक प्रतिक्रिया को भड़का सकता है।
ट्रैविस हेड को भी लगभग तरह के आर्टिकल का दोषी पाया गया है। हालांकि, उनकी मैच फीस नहीं काटी गई है। हेड पर प्लेयर्स एंड प्लेयर सपोर्ट स्टाफ के लिए आईसीसी कोड ऑफ कंडक्ट के आर्टिकल 2.13 के उल्लंघन के लिए दंडित किया गया है, जो किसी अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान किसी खिलाड़ी, खिलाड़ी सहायक कर्मियों, अंपायर या मैच रेफरी के साथ दुर्व्यवहार से संबंधित है।
सिराज और हेड को उनके अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक-एक डिमेरिट अंक मिला, जो पिछले 24 महीनों के भीतर उनका पहला अपराध था। दोनों खिलाड़ियों ने अपने-अपने अपराधों को स्वीकार किया और मैच रेफरी रंजन मदुगले द्वारा प्रस्तावित प्रतिबंधों को स्वीकार कर लिया।
दरअसल, जब ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी जारी थी तो उस समय ट्रैविस हेड लय में थे और वे शतक जड़ने के बाद बहुत ही आक्रामक अंदाज में दिखाई दे रहे थे। ट्रैविस हेड ने मोहम्मद सिराज की गेंद पर छक्का जड़ा, लेकिन अगली गेंद पर सिराज ने उनको बोल्ड कर दिया।
इसके बाद मोहम्मद सिराज ने उनको पवेलियन लौटने का इशारा किया। इस दौरान हेड ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। ये सिराज ने बताया। हालांकि, हेड ने कहा था कि उन्होंने कहा था कि बहुत अच्छी गेंद है। इसी मामले के लिए उनको सजा मिली है।