‘एथलेटिका 2024’ : सेठ आनंद राम जयपुरिया स्कूल, अमेठी बना चैंपियन ऑफ चैंपियंस
लखनऊ। सेठ आनंदराम जयपुरिया ग्रुप ऑफ स्कूल्स ने गुरू गोविंद सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज, लखनऊ में वार्षिक अंतर-स्कूल खेल चैंपियनशिप एथलेटिका 2024 का आयोजन किया। अर्जुन पुरस्कार विजेता और प्रसिद्ध भारतीय एथलीट अंजू बॉबी जॉर्ज मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शामिल हुईं।
सेठ आनंदराम जयपुरिया ग्रुप ऑफ स्कूल्स के नेटवर्क में 21 स्कूलों के 400 से अधिक छात्रों ने अंडर-12, अंडर-14 और अंडर-17 आयु वर्गों में विभिन्न ट्रैक और फील्ड प्रतियोगिताओं, टेबल टेनिस, बैडमिंटन और शतरंज में भाग लिया।
पूर्व ओलंपियन और विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप-2003 (पेरिस) में लंबी कूद के लिए कांस्य पदक विजेता पद्मश्री अंजू बॉबी जॉर्ज ने प्रतिभागियों को शिक्षा में खेल के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि खेल टीम वर्क, नेतृत्व, लचीलापन और दृढ़ता जैसे गुणों का पोषण करते हैं।
उन्होंने इस आयोजन के लिए जयपुरिया की पूरी टीम को बधाई दी और कहा कि एथलेटिका के विजेताओं को अंजू बॉबी जॉर्ज फाउंडेशन में प्रशिक्षण प्राप्त करने का मौका मिलेगा। सम्मानित अतिथि जयपुरिया ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस में स्कूल और आईटी के निदेशक हरीश संदुजा थे।
एथलेटिका में चैंपियन ऑफ चैंपियंस की ट्रॉफी सेठ आनंद राम जयपुरिया स्कूल, अमेठी ने जीती। दूसरे स्थान पर सेठ आनंद राम जयपुरिया स्कूल, दिबियापुर रही। सेठ आनंद राम जयपुरिया स्कूल, कानपुर तीसरे, सेठ आनंद राम जयपुरिया स्कूल, शहीद पथ चौथे व गाजियाबाद पांचवें स्थान पर रहा।
अंडर-12 में ट्रेलब्लेज़र ट्रॉफी में अमेठी स्कूल, ट्रेंडसेटर ट्रॉफी अंडर-14 में कानपुर स्कूल और टाइटंस ट्रॉफी अंडर-17 में दिबियापुर को दी गई।
सबसे अधिक अनुशासित स्कूल टीम का पुरस्कार उन्नाव की टीम को मिला। सर्वश्रेष्ठ स्वच्छता चैंपियन आलमबाग स्कूल बना। सर्वश्रेष्ठ स्कूल जर्सी का पुरस्कार सिधौली ने जीता।
जयपुरिया ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस में स्कूल और आईटी के निदेशक हरीश संदुजा ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। उन्होंने एथलेटिका के लिए समय निकालने और अगली पीढ़ी के खेल सितारों को प्रेरित करने के लिए अंजू बॉबी जॉर्ज का आभार जताया और पूरी टीम को बधाई दी।
बताते चले कि इस आयोजन ने जयपुरिया ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस की 79 साल की विरासत में एक और उपलब्धि जोड़ दी। सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल शैक्षणिक प्रतिभा और एक मजबूत पाठ्येतर ढांचे के मिश्रण के माध्यम से युवा दिमाग को आकार देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
इसका उद्देश्य ऐसे भावी नेताओं का पोषण करना है जो न केवल अकादमिक रूप से कुशल हों बल्कि खेल, संस्कृति और सामुदायिक सेवा में भी उत्कृष्ट हों।