प्रधानमंत्री के बयान पर सिब्बल ने जताई आपत्ति

नई दिल्ली। राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषण के उस अंश पर आपत्ति जताई है जिसमें ‘वोट जिहाद’ या ‘राम राज्य’ दोनों में से एक चुनने के लिए लोगों से आहृवान किया गया था।

कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि 400 के पार इसलिए चाहिए ताकि राम मंदिर पर फिर से बाबरी ताला न लगा दे। कपिल सिब्बल ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताया है लेकिन यह भी कहा कि चुनाव आयोग इन बयानों पर ताला नहीं लगा सकता है क्योंकि वे भी ‘माेदी के परिवार’ हैं।

मंगलवार को मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्षी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि इसका इरादा बहुत खतरनाक है और वे ‘वोट जिहाद’ का आह्वान करते हैं। उन्होंने कहा, “भारत इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है; आपको तय करना होगा कि वोट जिहाद चलेगा या राम राज्य।”

कपिल सिब्बल ने आज (बुधवार) को मीडिया से बातचीत में आपत्ति जताते हुए कहा, “…उन्होंने (पीएम मोदी) बयान दिया कि या तो ‘वोट जिहाद’ करो या ‘राम राज्य’ के लिए वोट करो।” कपिल सिब्बल ने कहा कि “ये कैसा बयान है। इससे आपको सभी समुदायों और वर्गों का साथ नहीं मिलेगा?” इसके साथ ही कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री से ऐसा बयान नहीं देने का आग्रह भी किया है।

आज मीडिया से बातचीत में सिब्बल ने कहा कि प्रधानमंत्री को ऐसी बयानबाजी नहीं करनी चाहिए कि 400 सीटें चाहिए तभी बाबरी मस्जिद का ताला राम मंदिर पर नहीं लगा पाएगी।

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