मुख्यमंत्री ने कोरोना से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाए रखने के निर्देश दिए

मुख्यमंत्री ने कोरोना से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाए रखने के निर्देश दिए

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण अभी समाप्त नहीं हुआ है। इसके दृष्टिगत कोविड प्रोटोकॉल का पूर्णतया पालन सुनिश्चित कराया जाए। लोगों को संक्रमण से बचाव के सम्बन्ध में निरन्तर जागरूक किया जाए।

मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि पिछले 24 घण्टों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 36 नए मामले सामने आए हैं। इस अवधि में 16 व्यक्तियों को सफल उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज किया गया। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 258 है। जनपद अलीगढ़, अमेठी, अयोध्या, बागपत, बांदा, बस्ती, बिजनौर, चित्रकूट, देवरिया, फतेहपुर, गोण्डा, हमीरपुर, हरदोई, ललितपुर, महोबा, मऊ, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, रामपुर, शामली और सुल्तानपुर में कोविड का एक भी मरीज नहीं है। पिछले 24 घण्टे में प्रदेश में 2,22,210 कोरोना टेस्ट किए गए। अब तक राज्य में 07 करोड़ 27 लाख 49 हजार 298 कोविड टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार लक्षित आयु वर्ग के सभी नागरिकों को कोरोना टीकाकरण का सुरक्षा कवच निःशुल्क उपलब्ध करा रही है। प्रदेश में टीकाकरण कार्य तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने कोविड वैक्सीनेशन कार्य को पूरी सक्रियता से संचालित करने के निर्देश दिए। बैठक में अवगत कराया गया कि प्रदेश में अब तक 07 करोड़ 41 लाख 60 हजार 528 कोरोना वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी हैं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि बरसात के मौसम में जल जनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ने की सम्भावना रहती है। ऐसे में साफ-सफाई का विशेष महत्व है। उन्होंने निर्देशित किया कि ग्राम्य विकास, नगर विकास, महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य तथा चिकित्सा शिक्षा विभागों द्वारा अन्तर्विभागीय समन्वय के साथ स्वच्छता और स्वास्थ्य सुरक्षा का विशेष अभियान संचालित किया जाए। इसके दृष्टिगत प्रत्येक जनपद में एक नोडल अधिकारी तैनात किया जाए। यह अधिकारी स्वच्छता, शुद्ध पेयजल आपूर्ति तथा ड्रेनेज सिस्टम की व्यवस्था की मॉनिटरिंग करे। साथ ही, बाढ़/अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्याें का भी अनुश्रवण करेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि संचारी रोगों से बचाव के सम्बन्ध में जागरूकता के विशेष कार्यक्रम संचालित किये जाएं। उन्होंने स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराये जाने पर बल देते हुए कहा कि इसके लिए आवश्यकतानुसार क्लोरीन की गोलियां भी वितरित की जाएं। पंचायतीराज व नगर विकास विभाग द्वारा परिषदीय विद्यालयों में स्वच्छता तथा सैनिटाइजेशन के कार्य कराये जाएं। उन्होंने सभी 75 जनपदों में यह सभी कार्य मिशन मोड पर तत्काल प्रारम्भ किये जाने के निर्देश दिये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के कारण जिन कार्मिकों की मृत्यु हुई है, उनके आश्रितों को सभी देयों का अविलम्ब भुगतान किया जाए। इसके साथ ही मृतक आश्रित के तौर पर दी जाने वाली नौकरी भी समय से दे दी जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन प्लाण्ट की स्थापना अभियान के रूप में की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी द्वारा ऑक्सीजन संयंत्रों के स्थापना कार्य की नियमित मॉनिटरिंग की जाए। बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि 332 आई0टी0आई0 प्रशिक्षित युवकों को ऑक्सीजन संयंत्रों के संचालन की जिम्मेदारी दी गयी है। उन्होंने कहा कि बेहतर व्यवस्था के लिए आवश्यक है कि स्थानीय स्तर पर पैरामेडिक्स व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को भी ऑक्सीजन प्लाण्ट संचालन का प्रशिक्षण दिया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों, व्यापारियों और अन्य छोटे उपभोक्ताओं के लिए बिजली बकाये की एकमुश्त समाधान की कार्ययोजना शीघ्र तैयार की जाए। उन्होंने एकमुश्त योजना को पूर्णतः व्यावहारिक बनाये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि बिजली बिल में ओवरबिलिंग और फाल्स बिलिंग बिल्कुल न हो, तकनीक की मदद से इसका स्थायी समाधान निकाला जाए।

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