जातिगत जनगणना को लेकर अखिलेश पर ओपी राजभर ने कसा तंज
- जब राजा थे तो नहीं किए अब मांग रहे भीख
- सीएम योगी के नवरात्र में रामायण पाठ को ओपी राजभर ने ठहराया जायज
- जब सत्ता में थे स्वामी प्रसाद तो हुआ था मोतियाबिंद
- ओपी राजभर ने कांग्रेस से दिए गठबंधन के संकेत
- राहुल के बयान पर हंगामा तो पीएम मोदी के बयान पर क्यों नहीं किए बखेडा
आजमगढ़। लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटे सुभासपा के राष्टीय अध्यक्ष जनपद में ताबडतोड़ कार्यकर्ता सम्मेलन कर रहे हैं। आजमगढ़ के बाद लालगंज लोकसभा में कार्यकर्ता बैठक में एक बार फिर ओपी राजभर ने कांग्रेस से गठबंधन के जहां संकेत दिए वहीं सीएम योगी के नवरात्र में रामायण पाठ को जायज करार दिया तो स्वामी प्रसाद मौर्या व अखिलेश यादव पर जमकर बरसे।
जिले के लालगंज लोकसभा क्षेत्र में आयोजित कार्यकर्ता बैठक में सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यकर्ताओं ने जमकर स्वागत किया। इस अवसर पर ओपी राजभर ने कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर ने जो संविधान अपने-अपने धर्म को मानने व काम करने का दिया था तो सरकार उसी संविधान के तहत यह कार्य कर रही है।
सपा के स्वामी प्रसाद मौर्या का बिना नाम लिए सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर ने कहा कि जब उनको तुलसीकृत रामायण की चौपाई से तकलीफ थी तो उनको मोतियाबिंद हुआ था। वे चार बार बसपा से मंत्री थे, बसपा की सत्ता जाते देखा तो रामम शरण गच्छामि हो गए और उसी तुलसीकृत रामायण पर माला-फूल अगरबत्ती चढ़ाने लगे, रामायण पढ़ने लगे। बेटी को सांसद बनवाया व अपने मंत्री बन गए। पांच सालों तक महिलाओ, दलितो व पिछड़ो का अपमान दिखाई नहीं दिया। फिर देखा कि सत्ता जा सकती है तो अखिलेशम शरणम गच्छामि हो गए। चुनाव लड़े लेकिन जमीन पर लोट गए। दस महीने तक शांत पडे रहे, अखिलेश की कृपा से एमएलसी बन गए तो बोलने लगे कि चौपाई ही गड़बड़ लिखी है। उन्होंने कहा कि सत्ता बदलने पर इनसब लोगों को दिखाई देने लगता है लेकिन जब सत्ता में रहते हैं तो पिछडे, दलित की हित की बात नहीं करते।
उन्होंने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से कहा कि जब वे सत्ता में रहते हैं तो समान शिक्षा, जातिगत जनगणना, फ्री बिजली आदि की बात क्यों नहीं करते। उन्होंने कहा कि जब जनता के हित करने की बात आती है तो ये अपना हित करने लगते हैं। जब हित करने का टाइम समाप्त हो जाता है तो ये भीख मांगने लगते हैं। अब भाजपा से जातिगत जनगणना की भीख मांग रहे हैं, जबकि जब राजा थे तो नहीं किए अब भिखमंगा होकर भीख मांग रहे हैं।
संसद में राहुल गांधी के विदेश में देश पर दिए गए बयान पर मचे बवाल पर ओपी राजभर ने इशारों में फिर कांग्रेस से गठबंधन के संकेत देते हुए कहा कि राहुल गांधी ने विदेश में जो बोला लेकिन पीएम मोदी भी तो देश के खिलाफ बोल आए थे। उस पर क्यों वे लोग सदन में नहीं बोल रहे है। उस बात पर वे लोग बखेड़ा क्यों नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये नेता बिरादरी दो मुंहा सांप होती है। कब क्या बोलेगी, क्या करेगी, कोई नहीं बता सकता।