मुश्ताक अली ट्रॉफी : बंगाल 3 रन की जीत से क्वार्टर फाइनल में, शमी का भी दिखा कमाल
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के पहले प्री क्वार्टर फाइनल में बंगाल ने चंडीगढ़ को 3 रन से हराया। चंडीगढ़ ने टॉस जीतकर फील्डिंग चुनी।
टीम ने बंगाल के 8 विकेट 114 रन पर गिरा दिए थे। लेकिन इसके बाद बल्लेबाजी करने आए शमी ने 17 बॉल पर नाबाद 32 रन बना दिए, जो आखिर में टीम के लिए मैच जिताऊ पारी साबित हुई। चंडीगढ़ से जगजीत सिंह ने 4 विकेट झटके।
बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में बंगाल ने पहले बैटिंग करते हुए 9 विकेट पर 159 रन बनाए। जवाब में चंडीगढ़ 20 ओवर खेलकर 156 रन ही बना सकी। राज बावा ने सबसे ज्यादा 32 रन बनाए। बंगाल के लिए शमी ने 4 ओवर में 13 डॉट बॉल डाली, 25 रन देकर 1 विकेट भी लिया। सायन घोष ने 4 विकेट झटके।
चंडीगढ़ को जीत के लिए 20वें ओवर में 11 रन चाहिए थे। यहां कप्तान घरामी ने सायन घोष को बॉलिंग दी। जिन्होंने यॉर्कर बॉल पर निखिल शर्मा को आउट किया। वहीं जगजीत सिंह रन आउट हो गए। घोष ने ओवर में मात्र 7 रन दिए और बंगाल को 3 रन से जीत दिलाई। मोहम्मद शमी ने पहले बैट फिर बॉल दोनों के साथ शानदार परफॉर्म किया। उन्होंने 188.23 के स्ट्राइक रेट से 32 रन बनाए।
शमी ने पारी में 3 चौके और 2 सिक्स भी लगाए। वहीं उन्होंने 139kmph की रफ्तार से बॉलिंग करते हुए 4 ओवर में 25 रन देकर 1 विकेट झटके। उन्होंने ओपनर अरसलान खान को शून्य के स्कोर पर आउट किया। 34 वर्षीय शमी ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के 16 दिन में 8 मैच खेले और लगभग सभी मैचों में अपने 4 ओवर का कोटा पूरा किया। जिससे पता चलता है की वह पूरी तरह से फिट हैं।
कई बॉलिंग एक्सपर्ट्स का मानना था कि शमी अपने इस सीजन के पहले रणजी ट्रॉफी मैच मध्यप्रदेश के खिलाफ ओवरवेट दिख रहे थे। मैच में उन्होंने दोनों इनिंग मिलाकर 42 ओवर जरुर डाले थे। लेकिन उनको अपने फॉलो थ्रू को लेकर दिक्कतें आ रही थी।
चंडीगढ़ के खिलाफ शमी पूरी तरह से अपनी लय में दिखे। उन्होंने अपने पहले 3 ओवर के स्पेल में मात्र 11 रन दिए। इसके बाद चौथे ओवर में शमी को जगजीत ने एक चौका और छक्का लगाया।
सैयद मुश्ताक अली और रणजी ट्रॉफी को मिलाकर शमी ने कुल 64 ओवर डाले। जिसमें उन्होंने 16 विकेट झटके। शमी ने मध्यप्रदेश के खिलाफ रणजी में 42.3 ओवर की गेंदबाजी की और 7 विकेट झटका। वहीं मुश्ताक अली के आठ मैच में 31.3 ओवर डालकर 9 विकेट झटके।