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प्रीमियर लीग 2025-26: 10 खिलाड़ियों वाली चेल्सी ने आर्सेनल को 1-1 से रोका, रोमांचक लंदन डर्बी में अंक बांटे

लंदन : दस खिलाड़ियों के साथ खेल रही चेल्सी ने रविवार को खेले गए बेहद उतार-चढ़ाव भरे लंदन डर्बी मुकाबले में प्रीमियर लीग की शीर्ष टीम आर्सेनल को 1-1 की बराबरी पर रोक दिया। मिकेल मेरिनो ने ट्रेवोह चालोबा के शुरुआती गोल का जवाब देकर आर्सेनल को हार से बचाया।इस परिणाम के साथ आर्सेनल 30 अंकों के साथ तालिका में शीर्ष पर कायम है और दूसरे स्थान पर मौजूद मैनचेस्टर सिटी से पांच अंक आगे है। वहीं, चेल्सी 24 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर है।पहले ही 10 खिलाड़ी रह गई थी चेल्सीपहले हाफ में 38वें मिनट में मोइसेस कैइसेडो को वीएआर जांच के बाद मेरिनो पर खतरनाक टैकल के लिए लाल कार्ड मिला, जिससे चेल्सी 10 खिलाड़ियों पर आ गई। इसके बावजूद चेल्सी ने दूसरे हाफ की शुरुआत में ही बढ़त बना ली। कप्तान रीस जेम्स की कॉर्नर किक पर ट्रेवोह चालोबा ने तीसरे मिनट में शानदार हेडर के जरिए गोल कर टीम को 1-0 से आगे किया।मेरिनो ने दिलाई बराबरी59वें मिनट में बुकाॅयो साका के क्रॉस पर मेरिनो ने बेहतरीन हेडर मारकर स्कोर 1-1 कर दिया। इसके बाद आर्सेनल ने लगातार दबाव बनाया। सब्स्टीट्यूट मार्टिन ओडेगार्ड दो बार करीब से चूक गए, जबकि अंतिम क्षणों में मेरिनो के शक्तिशाली प्रयास को गोलकीपर रॉबर्ट सांचेज़ ने शानदार बचाव करते हुए रोक दिया।खिलाड़ियों में तनातनी, 7 पीले कार्डमैच की शुरुआत से ही जबरदस्त भिड़ंत देखने को मिली। रेफरी एंथनी टेलर ने कुल सात पीले कार्ड दिखाए—छह आर्सेनल को और एक चेल्सी के मार्क कुकुरेला को, जो पूरे मैच में साका को रोकने में व्यस्त नजर आए।“एक अंक पाकर निराशा, लेकिन टीम पर गर्व” — रीस जेम्सचेल्सी कप्तान रीस जेम्स ने कहा, “हम जल्दी ही 10 खिलाड़ी रह गए थे, जिससे मैच मुश्किल हो गया। फिर भी टीम ने दबाव झेला और शानदार काउंटर किए।”दाहिनी ओर पेड्रो नेटो लगातार सक्रिय रहे, और 78वें मिनट में सब्स्टीट्यूट लियम डेलैप का बढ़िया शॉट डेविड राया ने रोक दिया।“थोड़ा और बेहतर होते तो जीत सकते थे” — मेरिनोमेरिनो ने कहा, “चेल्सी की डिफेंस बेहद संगठित थी, लेकिन अगर हम और बेहतर होते तो ज्यादा नुकसान पहुंचा सकते थे। टीम ने गोल खाने के बाद अच्छी प्रतिक्रिया दी।”इस तरह, बेहद तनावपूर्ण और रोमांचक लंदन डर्बी आखिरकार 1-1 की बराबरी पर समाप्त हुई, जिसमें दोनों टीमों को एक-एक अंक से संतोष करना पड़ा।—————

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