लेख
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प्रभात झा: लोकसंग्रह और संघर्ष से बनी शख्सियत
प्रो. संजय द्विवदी यह नवें दशक के बेहद चमकीले दिन थे। उदारीकरण और भूमंडलीकरण जिंदगी में प्रवेश कर रहे थे।…
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साहित्य में मनभावन सावन
डॉ. सौरभ मालवीय। वर्षा ऋतु कवियों की प्रिय ऋतु मानी जाती है। इस ऋतु में सावन मास का महत्व सर्वाधिक…
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पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक होने का समय
डॉ. सौरभ मालवीय भारत सहित विश्व के अधिकांश देश पर्यावरण संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं। ग्रीष्मकाल में भयंकर गर्मी…
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हिंदू साम्राज्य दिवस पर विशेष : लोकमंगल था शिवाजी के ‘हिंदवी स्वराज’ का शासन मंत्र
प्रो. संजय द्विवदी शिवाजी का नाम आते ही शौर्य और साहस की प्रतिमूर्ति का एहसास होता है। अपने सपनों को…
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153 वीं वर्षगांठ(19 जून) पर विशेष : पं.माधवराव सप्रे: हिंदी के विस्मृत महानायक
प्रो. संजय द्विवदी पंडित माधवराव सप्रे, हिंदी पत्रकारिता और साहित्य में लगभग भुला दिए गए महानायक हैं। भारतबोध और भारतीयता…
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मध्यप्रदेश में खास रही ‘स्त्री शक्ति’ की भूमिका
प्रो. संजय द्विवदी मध्यप्रदेश में सभी लोकसभा सीटों पर विजय प्राप्त कर भाजपा ने कठिन समय में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी…
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लोकसभा चुनाव-2024 : कप्तान योगी ने 61 दिन में लगाया दोहरा शतक
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के कप्तान योगी आदित्यनाथ ने महज 61 दिन के भीतर 204 चुनावी कार्यक्रम किए। 27 मार्च…
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हिंदी पत्रकारिता दिवस विशेष: मीडिया: दरकते भरोसे को बचाएं कैसे
प्रो. संजय द्विवदी हिंदी पत्रकारिता दिवस मनाते समय हम सवालों से घिरे हैं और जवाब नदारद हैं। पं.जुगुलकिशोर शुकुल ने…
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लोकसभा 2024: बहुत अधिक अनिश्चितता नहीं इयान ब्रेमर
शाश्वत तिवारी अमेरिका के जाने-माने पॉलिटिकल एक्सपर्ट और रिस्क एंड रिसर्च कन्सल्टिंग फर्म यूरेशिया ग्रुप के संस्थापक इयान ब्रेमर ने…
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वीर सावरकर- स्वातंत्र्य समर का एक उपेक्षित नायक
प्रो. संजय द्विवदी स्वातंत्र्य वीर विनायक दामोदर सावरकर की पूरी जिंदगी रचना, सृजन और संघर्ष का उदाहरण है। आजादी के…
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