2017 का हिसाब बराबर, भारत की जीत में विराट कोहली और श्रेयस अय्यर का कमाल
चैंपियंस ट्रॉफी के 5वें मैच में भारतीय टीम ने पाकिस्तान टीम को 6 विकेट से हराते हुए अपनी दूसरी जीत दर्ज की। दुबई में हुए मुकाबले में पाकिस्तानी टीम पहले खेलते हुए 241 रन पर ढेर हो गई।

जवाब में भारत ने विराट कोहली की शानदार शतकीय पारी (100) की मदद से 42.3 ओवर में लक्ष्य हासिल किया। पाकिस्तान ने बाबर आजम (23) और इमाम उल हक (0) के रूप में शुरुआती 2 विकेट जल्दी खो दिए। सऊद शकील (62) और मोहम्मद रिजवान (46) ने शतकीय साझेदारी की। अंत में खुशदिल शाह (38) ने टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।
जवाब में भारत से रोहित शर्मा (20) के जल्दी आउट होने के बाद शुभमन गिल (46) ने अच्छी पारी खेली। कोहली (100) और अय्यर (56) ने जीत में अहम भूमिका निभाई। शकील ने मैच में 76 गेंदों का सामना किया और 62 रन बनाए। उनके बल्ले से 5 चौके निकले। उनकी स्ट्राइक रेट 81.58 की रही। उन्हें हार्दिक पांड्या ने आउट किया।
ये उनके वनडे करियर का चौथा और भारत के खिलाफ वनडे क्रिकेट में पहला अर्धशतक रहा। यह मौजूदा टूर्नामेंट में उनका पहला अर्धशतक है। वह न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछले मैच में सिर्फ 6 रन ही बना सके थे। भारत की ओर से कुलदीप यादव सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने 9 ओवर में 40 रन देते हुए 3 विकेट लिए। इस चाइनामैन स्पिनर ने सलमान आगा (19), शाहीन अफरीदी (0) और नसीम शाह (14) के विकेट लिए।
इस बीच कुलदीप ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने 300 विकेट भी पूरे किए। उन्होंने 163 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं। इसकी 170 पारियों में 22.70 की औसत के साथ 302 विकेट लिए हैं।
पांड्या ने अंतरराष्ट्रीय करियर में अपने 200 विकेट पूरे किए। पाकिस्तान के सौद शकील (62) उनके अंतरराष्ट्रीय करियर का 200वां शिकार बने। उन्होंने मैच में 8 ओवर गेंदबाजी की, जिसमें 3.90 की इकॉनमी रेट के साथ 31 रन देते हुए 2 विकेट अपने नाम किए।
पांड्या ने 2016 में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने अब तक 216 मैच खेले हैं, जिसमें लगभग 30 की औसत के साथ 200 विकेट लिए हैं। रोहित ने 15 गेंदों पर 20 रन बनाए और इस बीच वनडे में बतौर सलामी बल्लेबाज अपने 9,000 रन पूरे किए।
बतौर सलामी बल्लेबाज रोहित ने वनडे की 181 पारियों में ये आंकड़ा छूआ है। उनसे सबसे कम पारियों के मामले में तेंदुलकर को पीछे छोड़ा, जिन्होंने 197 पारियों में अपने 9,000 रन पूरे किए थे। इस सूची में तीसरे स्थान पर सौरव गांगुली हैं, जिन्होंने 231 पारियों में ये आंकड़ा पार किया था।
कोहली ने 111 गेंदों पर 7 चौकों की मदद से नाबाद 100 रन बनाए। यह उनके वनडे करियर का 51वां और चैंपियंस ट्रॉफी में पहला शतक रहा। उन्होंने गिल के साथ दूसरे विकेट के लिए 69 रन की साझेदारी करते हुए टीम का स्कोर 100 के पार पहुंचाया।
इसके बाद उन्होंने अय्यर (56) के साथ मिलकर 114 रन जोड़े। जब भारत ने 31 के स्कोर पर अपना पहला विकेट गंवाया , तब कोहली क्रीज पर आए थे। कोहली वनडे में सचिन तेंदुलकर (18,426) और श्रीलंका के कुमार संगाकारा (14,234) के बाद 14,000 वनडे रन बनाने वाले तीसरे बल्लेबाज बने।
कोहली ने 299 मैच की 287 पारियों में ये आंकड़ा छूआ है। वह सबसे तेज ये मुकाम हासिल करने वाले बल्लेबाज बने हैं। बता दें कि तेंदुलकर ने 359 मैचों की 350 पारियों में 14,000 रन पूरे किए थे। संगाकारा ने 402 मैचों की 378 पारियों में ये आंकड़ा पार किया था।