चैंपियंस ट्रॉफी : करुण नायर का नाम न होने पर हरभजन ने आगरकर से पूछा सवाल
चैंपियंस ट्रॉफी के लिए चुनी गई भारतीय टीम में करुण नायर का नाम नहीं था, जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज और चैंपियंस ट्रॉफी टीम सिलेक्शन से पहले विजय हजारे ट्रॉफी में 752 के औसत से रन बनाए थे।

सिलेक्टर्स के इस फैसले से ज्यादातर लोग नाखुश हैं। हालांकि, टीम में उनके लिए इस समय कोई स्लॉट खाली ही नहीं है। इस बीच पूर्व ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने चीफ सिलेक्टर अजीत आगरकर से सवाल पूछा है कि क्या घरेलू क्रिकेट खेलने का कोई मतलब है? जब आप डोमेस्टिक सुपरस्टार को सिलेक्ट ही नहीं करते।
उन्होंने एक्स पोस्ट में लिखा, “क्या घरेलू क्रिकेट खेलने का कोई मतलब है जब आप खिलाड़ियों को फॉर्म और प्रदर्शन के आधार पर नहीं चुनते हैं?” उन्होंने इस पोस्ट में करुण नायर का भी जिक्र हैशटैग यूज करते हुए किया। सिलेक्शन से पहले उनका औसत 7 मैचों में 752 का था।

हालांकि, फाइनल में प्रसिद्ध कृष्णा की एक खतरनाक गेंद पर वे क्लीन बोल्ड हो गए। चैंपियंस ट्रॉफी और इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के लिए मध्य क्रम में श्रेयस अय्यर, केएल राहुल और ऋषभ पंत को जगह दी गई है।
मार्च 2017 में टीम इंडिया के लिए आखिरी गेम खेलने वाले करुण नायर ने विजय हजारे ट्रॉफी में धमाकेदार बल्लेबाजी की। उन्होंने टूर्नामेंट को 779 रन और 389.50 के औसत के साथ खत्म किया। वे इस टूर्नामेंट में 5 शतक और एक अर्धशतक बनाने में सफल रहे।
ऐसे में माना जा रहा था कि उनका सिलेक्शन भारत की टीम में हो सकता है। हालांकि, ऐसा नहीं हुआ, लेकिन चीफ सिलेक्टर अजीत आगरकर ने माना है कि करुण नायर शानदार खेले हैं, लेकिन सभी को टीम में फिट करना बेहद मुश्किल है।
अजीत आगरकर ने टीम सिलेक्शन के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “मेरा मतलब है, ये वाकई बहुत खास प्रदर्शन है और मेरा मतलब है कि कोई ऐसा खिलाड़ी जिसका औसत 700+, 750+ या कुछ ऐसा हो, हमने इस बारे में बात की थी, इसमें कोई शक नहीं है, जब इस तरह के प्रदर्शन होते हैं। फिलहाल, इस टीम में जगह पाना बहुत मुश्किल है।” सचिन तेंदुलकर भी करुण नायर के प्रदर्शन की प्रशंसा कर चुके हैं।