जून माह में होगा तीसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी : सीएम

निजी क्षेत्र में विश्वविद्यालय स्थापित करने की इच्छुक संस्थाओं को सरकार की ओर से सभी जरूरी सहयोग दिया जाए

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश में ट्रैक, टेस्ट, ट्रीट और टीकाकरण की नीति के सफल क्रियान्वयन से कोविड महामारी पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है। उन्होंने कोविड-19 से बचाव व उपचार की व्यवस्थाओं को पूरी तरह प्रभावी बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री लोक भवन में आहूत टीम-9 की बैठक में प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कोविड टेस्ट की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जिन जनपदों में अधिक केस मिल रहे हैं, वहां सार्वजनिक स्थानों पर अनिवार्य रूप से फेस मास्क लगाये जाने की व्यवस्था का प्रभावी अनुपालन कराया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 48 घंटे में जनपद गौतमबुद्ध नगर में 124, गाजियाबाद में 41, लखनऊ में 23, आगरा में 20 कोविड संक्रमण के नए मामले मिले हैं। जनपद हमीरपुर एवं ललितपुर में दहाई अंक में कोविड संक्रमण से नए केस की पुष्टि हुई है। उन्होंने कोविड संक्रमित लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और ट्रैवल हिस्ट्री का आकलन कराने के निर्देश दिये।

बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि पिछले 48 घण्टों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 305 नए मामले सामने आए हैं। इस अवधि में 771 व्यक्तियों को सफल उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज किया गया है। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 1567 है। इसमें 1487 लोग घर पर ही स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं। अब तक राज्य में 11 करोड़ 21 लाख 36 हजार 134 कोविड टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं।

बैठक में यह जानकारी भी दी गयी कि राज्य में गत दिवस तक 31 करोड़ 76 लाख 82 हजार से अधिक कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी हैं। 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में 13 करोड़ 20 लाख 67 हजार से अधिक लोगों को टीके की दोनों डोज देकर कोविड सुरक्षा कवच प्रदान किया जा चुका है। इस प्रकार 89.58 प्रतिशत लोग कोविड टीके की दोनों डोज ले चुके हैं। 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में 15 करोड़ 30 लाख 41 हजार से अधिक लोगों ने कोविड वैक्सीन की पहली डोज प्राप्त कर ली है।

विगत दिवस तक 15 से 17 वर्ष आयु वर्ग में 95.74 प्रतिशत किशोर कोविड वैक्सीन की प्रथम डोज तथा 69.18 प्रतिशत किशोर टीके की दूसरी खुराक प्राप्त कर चुके हैं। 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग के 58 लाख 36 हजार से अधिक बच्चों ने टीके की पहली खुराक प्राप्त कर ली है। 28 लाख 77 हजार से अधिक प्रिकॉशन डोज प्रदान की जा चुकी हैं। उन्होंने बच्चों के टीकाकरण तथा वयस्कों को बूस्टर डोज लगाये जाने के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों मंे स्वास्थ्य सुविधाओं एवं सेवाओं की सहज उपलब्धता के लिए ‘मुख्यमंत्री आरोग्य मेला’ उपयोगी सिद्ध हो रहा है। अब तक प्रदेश में 43 ‘मुख्यमंत्री आरोग्य मेले’ का आयोजन किया गया है। इसमें 01 करोड़ से अधिक लोगों ने विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ लिया। विगत रविवार को आयोजित मुख्यमंत्री आरोग्य मेले से लगभग 1.21 लाख लोगांे ने लाभ उठाया। उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर आयोजित होने वाले मुख्यमंत्री आरोग्य मेलों से अधिकाधिक लोगों को लाभान्वित कराया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दिशा-निर्देशन में विगत 05 वर्ष में उत्तर प्रदेश देश में औद्योगिक निवेश के सबसे आकर्षक गंतव्य के रूप में राष्ट्रीय पटल पर उभर कर आया है। ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ रैंकिंग में प्रदेश का देश में दूसरा स्थान है। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश को इस रैंकिंग में प्रथम स्थान पर लाने के लक्ष्य के साथ ‘टीम यूपी’ को काम करना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार को यू0पी0 इन्वेस्टर्स समिट में 4.68 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव मिले थे। इनमें से 03 लाख करोड़ रुपये से अधिक के प्रस्ताव आज धरातल पर साकार हो रहे हैं। उन्होंने निर्देशित किया कि आगामी जून माह में प्रदेश में प्रस्तावित तीसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के सफल आयोजन के लिए सभी तैयारियां समय से पूरी कर ली जाएं। यह आयोजन ‘नए भारत के नए उत्तर प्रदेश’ की आकांक्षाओं को उड़ान देने वाला होगा।

मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि निजी क्षेत्र में विश्वविद्यालय स्थापित करने की इच्छुक संस्थाओं को सरकार की ओर से सभी जरूरी सहयोग दिया जाए। उन्होंने कहा कि स्थापना संबंधी नियमों/अर्हताओं को यथासंभव सरल भी किया गया है। ऐसे प्रस्तावों को कतई लंबित न रखा जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नवस्थापित मां शाकुम्भरी राज्य विश्वविद्यालय सहारनपुर, राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय अलीगढ़ तथा महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय आजमगढ़ में पूर्णकालिक कुलसचिव, सहायक कुलसचिव, परीक्षा नियंत्रक और वित्त अधिकारी की तत्काल नियुक्ति की जाए। इन विश्वविद्यालयों की कार्यपरिषद/विद्यापरिषद व अन्य निकायों के गठन का कार्य यथाशीघ्र कराया जाए।

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