तीसरे टी-20 में जीत के साथ भारत का सीरीज पर कब्जा
भारतीय टीम ने तीसरे टी-20 में बांग्लादेश टीम को 133 रन से हारने के साथ सीरीज पर 3-1 से कब्जा कर लिया। मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 297 रन बनाया। जवाब में बांग्लादेश पूरे ओवर खेलने के बावजूद 7 विकेट पर 164 रन ही बना सकी।
अभिषेक शर्मा (4) के जल्दी आउट के बाद सैमसन और सूर्यकुमार यादव (75) ने मोर्चा संभाला। इस जोड़ी ने 173 रन की साझेदारी की। हार्दिक पांड्या ने 18 गेंदों पर 47 रन और रियान पराग ने 13 गेंदों पर 34 रन बनाकर टीम को ऐतिहासिक स्कोर तक पहुंचाया।
जवाब में लिटन दास (42) और तौहीद हृदय (63) ने संघर्ष किया, जीत नहीं दिला सके। भारत से रवि बिश्नोई ने 3 और मयंक यादव ने 2 विकेट लिए। सैमसन ने पारी का दूसरा ओवर करने आए तस्कीन अहमद के ओवर में लगातार 4 चौके लगाकर अच्छी लय के संकेत दिए। उन्होंने पॉवरप्ले के दौरान बांग्लादेशी गेंदबाजों की जमकर खबर ली।
ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने स्पिनर रिशाद हुसैन के ओवर में लगातार 5 छक्के भी लगाए। अच्छी लय में दिख रहे सैमसन ने अपनी पारी को शतक में बदला। सैमसन 47 गेंदों पर 111 रन की पारी खेलकर आउट हुए।
सैमसन टी-20 अंतरराष्ट्रीय में दूसरे सबसे तेज शतक लगाने वाले भारतीय बने हैं। उनसे आगे इस सूची में रोहित शर्मा हैं, जिन्होंने 35 गेंदों में श्रीलंका के खिलाफ 2017 में शतक जड़ा था।
पूर्ण सदस्यीय देशों में सैमसन से ज्यादा तेज शतक सिर्फ डेविड मिलर (35), रोहित और जॉनसन चार्ल्स (39) ने लगाए हैं। वह लगातार 5 छक्के लगाने वाले चौथे बल्लेबाज (पूर्ण सदस्यीय देशों में) बने हैं। उनसे पहले युवराज सिंह, कीरोन पोलार्ड और मिलर ऐसा कर चुके हैं।
सैमसन टी-20 अंतरराष्ट्रीय में शतक लगाने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज बने हैं। बता दें कि टेस्ट और वनडे में भारत से सबसे पहले शतक लगाने वाले विकेटकीपर क्रमशः विजय मांजरेकर (1953) और राहुल द्रविड़ (1999) हैं।
सूर्यकुमार ने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर में अपना 21वां और बांग्लादेश टीम के खिलाफ पहला अर्धशतक 23 गेंदों में पूरा किया। पारी का 31वां रन बनाते ही सूर्यकुमार के टी-20 अंतरराष्ट्रीय में 2,500 रन (पारी- 71) पूरे हो गए।
वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले दूसरे सबसे तेज भारतीय हैं। विराट कोहली पहले पायदान पर हैं, जिन्होंने 68 पारियों में यह कारनामा किया था। वह 35 गेंदों में 8 चौके और 5 छक्कों से 75 रन बनाकर आउट हुए।
रवि बिश्नोई ने अपने 4 ओवर में 7.50 की इकॉनमी रेट से 30 रन देते हुए 3 विकेट झटके। वह आज सबसे सफल भारतीय गेंदबाज रहे। उन्होंने एक ओवर मेडन भी किया। इस बीच उन्होंने अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर के 50 विकेट भी पूरे किए।
वह भारत की ओर से विकेटों का अर्धशतक लगाने वाले 10वें गेंदबाज बने। उनके नाम अब 33 टी-20 अंतरराष्ट्रीय में 18.43 की औसत के साथ 51 विकेट हो गए हैं।
तौहीद हृदय ने 42 गेंदों पर नाबाद 63 रन बनाए। यह उनके टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर का तीसरा अर्धशतक रहा। यह उनके युवा करियर का सर्वोच्च स्कोर भी दर्ज हुआ। उन्होंने अपनी इस पारी में 5 चौके और 3 छक्के लगाए।
भारत ने टी-20 अंतरराष्ट्रीय में अपना सबसे बड़ा स्कोर और इतिहास का दूसरा सर्वोच्च स्कोर बनाया। इसके साथ-साथ यह दूसरा ऐसा मौका है, जब भारतीय टीम ने खेल के सबसे छोटे प्रारूप में 250 रन का आंकड़ा पार किया।
इस मैच से पहले टीम इंडिया का सबसे बड़ा स्कोर 260/5 रन था, जो 2017 में इंदौर में खेले गए मैच में मेजबान टीम ने श्रीलंका के खिलाफ बनाया था। पूर्ण सदस्यीय देशों में भारत सबसे बड़े स्कोर वाली टीम बन गई है। भारत ने इस मामले में अफगानिस्तान (278/3 बनाम आयरलैंड, 2019) को पीछे छोड़ा है।
भारतीय टीम ने अपनी पारी में 22 छक्के लगाए। यह भारत का एक पारी में सर्वाधिक छक्कों का नया रिकॉर्ड है। भारत ने 14 ओवर में अपने 200 रन का आंकड़ा छूआ। यह भारतीय टीम का टी-20 अंतरराष्ट्रीय में सबसे तेज 200 रन हैं।
भारतीय टीम ने शुरुआती 10 ओवरों के बाद 152/1 का स्कोर बनाया था। यह टी-20 अंतरराष्ट्रीय में 10 ओवर के बाद तीसरा सबसे बड़ा स्कोर है। भारत से ज्यादा रन सिर्फ ऑस्ट्रेलिया (156/3 बनाम स्कॉटलैंड) और एस्टोनिया (154/4 बनाम साइप्रस) ने बनाए हैं।
भारतीय टीम ने 7.1 ओवर में 100 रन पूरे किए थे। यह भारतीय टीम का टी-20 अंतरराष्ट्रीय में सबसे तेज शतक है। भारत ने पॉवरप्ले के बाद भी अपना सर्वश्रेष्ठ स्कोर (82/1) बनाया।