बड़ी ख़बर: कड़े मुकाबले में एशियाई प्रतिनिधि के तौर पर इंटरपोल का हिस्सा बना भारत
नई दिल्ली (शाश्वत तिवारी)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के विशेष निदेशक, प्रवीण सिन्हा को अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक पुलिस संगठन की कार्यकारी समिति में एशिया के लिए प्रतिनिधि के रूप में चुना गया। चुनाव इस्तांबुल (तुर्की) में चल रहे 89वें इंटरपोल महासभा के दौरान हुए थे। चार अन्य देश चीन, सिंगापुर, रिपब्लिक ऑफ कोरिया और जॉर्डन के उम्मीदवारों में से भारत के प्रवीण सिन्हा का चयन किया गया।
सीबीआई के विशेष निदेशक प्रवीण सिन्हा को इंटरपोल की कार्यकारी समिति में चुना गया।
इस्तांबुल में चल रहे 89वें इंटरपोल (अंतरराष्ट्रीय आपराधिक पुलिस संगठन) की आम सभा के दौरान शीर्ष समिति के विभिन्न पदों के लिए चुनाव हुआ। एक सूत्र ने कहा यह एक कठिन चुनाव था जिसमें भारत का मुकाबला चीन, सिंगापुर, कोरिया गणराज्य और जॉर्डन के चार अन्य उम्मीदवारों से था।
इंटरपोल लगभग 190 देशों के पुलिस बलों को एकसाथ लाता है और यह अंतरराष्ट्रीय अपराधों एवं आतंकवाद के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए एक महत्वपूर्ण निकाय के रूप में उभरा है। इंटरपोल की 13 सदस्यीय कार्यकारी समिति, महासभा के निर्णयों के अनुरूप, सामान्य सचिवालय के कार्यों की निगरानी करती है, जो इंटरपोल का सर्वोच्च शासी निकाय है, जिसमें प्रत्येक सदस्य देशों के प्रतिनिधि शामिल होते हैं। कार्यकारी समिति वर्ष में तीन बार मिलती है और संगठनात्मक नीति और दिशा निर्धारित करती है।
सिन्हा कैसे चुने गए:
विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार यह जीत दुनिया भर में एक गहन और अच्छी तरह से समन्वित चुनाव अभियान का परिणाम है। इसके लिए विभिन्न स्तरों पर द्विपक्षीय कार्यक्रमों में मित्र देशों का महत्वपूर्ण समर्थन मांगा गया था। दिल्ली में रहने वाले राजदूतों और उच्चायुक्तों से भी इस तरह संपर्क किया गया। साथ ही, भारत के राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो (एनसीबी-इंडिया) ने इस चुनाव के प्रचार के लिए दुनिया भर के अपने समकक्षों से संपर्क किया। इस चुनाव को देखते हुए भारतीय राजदूत पिछले कुछ दिनों से इस्तांबुल में थे और उन्होंने भारतीय उम्मीदवार के लिए समर्थन हासिल करने के प्रयासों के तहत प्रतिनिधिमंडलों के साथ जमीनी स्तर पर द्विपक्षीय बैठके की।
कौन हैं प्रवीण सिन्हा:
1988 बैच के गुजरात कैडर के आईपीएस अधिकारी प्रवीण सिन्हा वर्तमान में सीबीआई के विशेष निदेशक के पद पर तैनात हैं। वह 30 अप्रैल, 2022 को अपनी सेवानिवृत्ति तक सीबीआई के विशेष निदेशक के रूप में कार्य करेंगे। प्रवीण सिन्हा ने 3 फरवरी, 2021 को ऋषि कुमार शुक्ला के सेवानिवृत्त होने के बाद सीबीआई के कार्यवाहक निदेशक के रूप में कार्य किया है। सिन्हा ने सुबोध कुमार जायसवाल तक पद संभाला था। मई में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली उच्चाधिकार प्राप्त समिति द्वारा नए सीबीआई प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया था।