साढ़े चार साल में यूपी ने दिया सुरक्षा और सुशासन का मॉडल: योगी
- अबकी बार 350 पार: योगी आदित्यनाथ
- पहले अपनी हवेलियां बनाने की मचती थी होड़, हमने गरीबों के लिए बनाए आवास: मुख्यमंत्री
- जनता, संगठन और सरकार के प्रयास से उभरा “नए भारत का नया उत्तर प्रदेश”: सीएम
- साढ़े चार साल पूरे होने पर सीएम ने कहा, पूरा किया लोकसंकल्प कल्याण का हर एक वादा
- विपक्ष को योगी की नसीहत, भाजपा संगठन प्रशिक्षण शिविर में आकर बढ़ाएं ज्ञान
लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश सरकार के साढ़े चार वर्ष के कार्यकाल को सुरक्षा और सुशासन के लिहाज से मानक गढ़ने वाला काल कहा है। सीएम ने कहा है कि यह वही यूपी है जहां 2017 के पहले अपराधी और माफिया सत्ता के शागिर्द बनकर राज्य में भय, भ्रष्टाचार और अराजकता का माहौल खड़ा कर रहे थे। हर दूसरे-तीसरे दिन साम्प्रदायिक दंगे हुआ करते थे, लेकिन आज इनके खिलाफ हो रही कार्रवाइयों ने पूरे देश में एक मॉडल पेश किया है। पहले मुख्यमंत्रियों में अपनी हवेलियां बनाने की होड़ मचती थी, लेकिन इस नए भारत के नए उत्तर प्रदेश में हमने 42 लाख गरीबों के आवास बनाये हैं। जनता, संगठन और सरकार के एकजुट प्रयास से राष्ट्रीय पटल पर यूपी को लेकर परसेप्शन बदला है। शासन के प्रति जनता का भरोसा बढ़ा है और अब यही विश्वास 2022 के चुनाव में 350 सीटों के भारी बहुमत के साथ एक बार फिर हमारी जीत सुनिश्चित करेगी।
मुख्यमंत्री योगी, वर्तमान राज्य सरकार के साढ़े चार वर्ष पूरे होने पर रविवार को पत्रकारों से मुख़ातिब थे। लोकभवन सभागार में आयोजित कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्रीद्वय केशव मौर्य और डॉ. दिनेश शर्मा, भाजपा के प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और मंत्रिपरिषद और सरकार के उच्चाधिकारियों के साथ सीएम ने साढ़े चार साल के कार्यकाल की उपलब्धियों का ब्यौरा पेश किया। संवाद कार्यक्रम में सरकार की उपलब्धियों पर आधारित पुस्तिका का विमोचन भी किया गया। मुख्यमंत्री ने साढ़े चार साल में प्रदेश के बहुमुखी विकास में मार्गदर्शन के लिए पीएम मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री, भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्यों के प्रति आभार जताया तो शासन के सकारात्मक कार्यों में सहयोग के लिए 24 करोड़ जनता का अभिनन्दन किया।
चार साल में एक भी दंगा नहीं, सबको सुरक्षा-सबका स्वावलम्बन
शासन की तमाम उपलब्धियों को साझा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह वही उत्तर प्रदेश है, जहां कोई भी पर्व-त्योहार शांतिपूर्ण सम्पन्न नहीं हो पाता था लेकिन आज बीते चार साल में एक भी दंगा नहीं हुआ। नतीजतन, लोगों की धारणा बदली। आज निवेशकों को भय नहीं है। इसीलिए ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में यूपी नम्बर दूसरे पर है। सिविल एविएशन के क्षेत्र में यूपी की उन्नति देखने लायक है। देश की सबसे बड़ी आबादी होने के बाद भी बीमारू की छवि के साथ देश में छठवें नम्बर की अर्थव्यवस्था होने का दंश झेलने वाला यूपी आज दूसरे नम्बर की अर्थव्यवस्था बनकर सामने आया है। इस नए उत्तर प्रदेश में चार साल में साढ़े चार लाख युवाओं को ईमानदारी से सरकारी नौकरी मिली तो यहाँ महिलाएं सुरक्षित, सम्मानित हैं और स्वावलम्बन की मिसाल बन रही हैं। पहले जब सरकारी नौकरी की भर्ती निकलती थी तो वसूली के लिए “पूरा खानदान” निकल पड़ता था।
आज केवल मेरिट और मेधा का सम्मान है। महिला सुरक्षा और स्वावलम्बन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि 2017 में हमने एंटी रोमियो स्क्वाड गठित कर जो प्रयास शुरू किया था आज वह मिशन शक्ति के तीसरे चरण के रूप में महिला सुरक्षा, सम्मान और स्वावलम्बन से जुड़ चुका है। एक करोड़ महिलाएं स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर स्वावलंबी हो रही हैं। 2005-06 में यहां खाद्यान्न घोटाला हुआ था, लोग भूख से मरते थे, हमने जांच कराई तो 40 लाख फर्जी राशन कार्ड मिले। आज कोविड काल में 15 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 विधानसभा चुनाव में जनता के सामने प्रस्तुत लोककल्याण संकल्प पत्र का एक-एक वादा पूरा किया गया है। विपक्ष को अपनी जानकारी बढ़ाने के लिए भाजपा संगठन के प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होना चाहिए।
अवरोधक नहीं अब विकास का वाहक है यूपी
आत्मविश्वास से लबरेज सीएम योगी ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों की बदनीयती से आहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस प्रदेश को देश के विकास में अवरोधक बताया था। आज प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में यह राज्य केंद्र सरकार की 44 जनकल्याणकारी योजनाओं में पहले स्थान पर है। आज पीएम किसान योजना हो, स्वच्छ भारत मिशन हो, उज्ज्वला, फसल सिंचाई अथवा, फसल बीमा योजना हो उत्तर प्रदेश सभी में शीर्ष स्थान पर है। गेहूं और धान खरीद में रिकॉर्ड बनाया, सीधा लाभ किसानों को मिला। यही नहीं, 24 करोड़ जनता के हित सुरक्षित रखने के लिए तकनीक के प्रयोग से भ्रष्टाचार भी समाप्त किया गया। डीबीटी के माध्यम से ₹5 लाख करोड़ सीधे लाभार्थियों के खाते में भेजे गए। जिस यूपी में पिछली सरकारें चीनी मिलों को औने-पौने दाम पर बेच रहीं थीं आज वहां नई चीनी मिलें भी खुल रही हैं। गन्ना किसानों का बकाया अब उत्तर प्रदेश में नहीं रहता। गन्ना किसानों को अब तक 1.43 लाख करोड़ का भुगतान किया जा चुका है।
यूपी ने दिया कोविड प्रबंधन का सफल मॉडल
सीएम ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश की सरकार अपने कार्यकाल के सफलतम साढ़े वर्ष पूर्ण कर रही है। इस अवधि में हम प्रदेश की छवि में सकारात्मक बदलाव लाने में सफल हुए हैं। कोविड की चुनौतियों का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में यूपी के कोरोना प्रबंधन के मॉडल को हर ओर सराहा जा रहा है। कोरोना काल में ही देश की पहली मोबाइल डिस्प्ले यूनिट यूपी में लगी और चीन से कारोबार खत्म कर भारत आई इस कम्पनी के भारत में यूपी को चुना। उन्होंने कहा कि यह नया उत्तर प्रदेश निवेशकों की पहली पसंद है तो पर्यटकों के मन की चाह भी है।
जन आकांक्षाओं की पूर्ति का प्रतीक है अयोध्या, काशी, मथुरा का विकास: सीएम
भारतीय आस्था के मानबिन्दुओं के सम्मान का जिक्र करते हुए सीएम योगी ने अयोध्या में निर्माणाधीन श्रीराम मंदिर का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा, कि पहले कुत्सित विचारों वाले विपक्षी दल अयोध्या जाने से डरते थे और हम पर तंज करते थे कि “मंदिर वहीं बनाएंगे पर तारीख नहीं बताएंगे”। आज पूरी दुनिया अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण देख रही है। सीएम ने कहा कि अयोध्या दीपोत्सव, काशी की देव दीपावली, बरसाना का रंगोत्सव दुनिया को भारत की संस्कृति से परिचय करा रहा है।विंध्य धाम, नैमिष धाम, शुकतीर्थ के विकास का काम तेजी से चल रहा है। यह आस्था का सम्मान है। सीएम ने कहा कि हम आजादी के दीवानों के सम्मान ने चौरीचौरा शताब्दी वर्ष मना रहे हैं, तो शहीद सैनिकों के नाम बलिदान को नमन करते हुए उनके नाम पर सडकों का नामकरण कर रहे हैं। शहीदों के परिजनों को नौकरी देने का काम कर रहे हैं।
इससे पहले, उपस्थित लोगों का स्वागत करते हुए मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने विगत साढ़े चार वर्ष में विभिन्न क्षेत्रों में हुए राज्य के विकास का संक्षिप्त परिचय दिया, वहीं डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से सरकार के प्रयास से हो रहे सकारात्मक बदलाव की झलक भी दिखाई गई।