मुख्यमंत्री ने औरैया के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया
आपदा से जनहानि होने पर प्रत्येक व्यक्ति को मिलेगी 04 लाख रु0 की आर्थिक सहायता
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद औरैया के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके उपरान्त उन्होंने कलेक्ट्रेट में बाढ़ से प्रभावित लोगों से भेंट की। इस अवसर पर उन्होंने प्रभावितों को राहत सामग्री वितरित की। मुख्यमंत्री ने कलेक्ट्रेट सभागार में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ़ एवं आपदा राहत कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने जनपद में आपदा राहत कार्यों की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित सुश्री मुन्नी देवी, सुश्री आशा देवी, सुश्री समता देवी, सुश्री विनीता, देवेन्द्र कुमार, अंकुर, रामजी, सुभाष चन्द्र सहित 26 परिवारों को राशन किट वितरित की। उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा लगातार राहत कार्य किया जा रहा है। उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि सरकार द्वारा सभी प्रभावित को हर सम्भव राहत व मदद उपलब्ध करायी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कृषि राज्यमंत्री लाखन सिंह राजपूत एवं कारागार राज्यमंत्री/प्रभारी मंत्री जय कुमार जैकी से अपेक्षा की कि वे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर राहत व बचाव सम्बन्धी व्यवस्थाओं का जायजा लें। उन्होंने जिलाधिकारी को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में निरन्तर भ्रमण कर बाढ़ से प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के 02 मंत्री बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों का लगातार निरीक्षण कर रहे हैं। आपदा से जनहानि होने पर प्रत्येक व्यक्ति को 04 लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि देने की व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि यदि किसी का मकान पूर्ण रूप से ध्वस्त हो गया है, तो उसे पात्रता के आधार पर मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत आवास दिया जाए। प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि तलहटी में बसे जिन गांवों में हर वर्ष बाढ़ की सम्भावना रहती है, वहां के निवासियों को ऊँचें स्थानों पर बसाने की व्यवस्था की जाए। उन्हें ग्राम पंचायत की जमीन पर अथवा जमीन की व्यवस्था कर उनका पुनर्वास किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान एवं मध्य प्रदेश में भारी बारिश होने के कारण जनपद औरैया के 13 राजस्व ग्रामों के लोग प्रभावित हुए हैं। एस0डी0आर0एफ0 एवं पी0एस0सी0 द्वारा राहत एवं बचाव कार्य किए जा रहे हैं। बाढ़ प्रभावित परिवारोें को पर्याप्त मात्रा में राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। राशन किट में 10 किलो आटा, 10 किलो चावल, 10 किलो आलू, मसाले, नमक, टाॅर्च, मोमबत्ती आदि का वितरण किया जा रहा है। पशुओं के चारे आदि की व्यवस्था की गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मेडिकल टीमें लगाई गई हैं।
जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि जनपद के 13 राजस्व गांव बाढ़ से अत्यधिक प्रभावित हैं। सभी प्रभावित गांवों में जिला स्तरीय नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं। तहसील औरैया के 532 एवं तहसील अजीतमल के 815 परिवारों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है। उनके रुकने व भोजन आदि की व्यवस्था की गई है। राहत कार्य हेतु 10 बाढ़ चैकियां बनाई गई हैं। 68 छोटी नावंे एवं 74 गोताखोर लगाए गए है। बाढ़ से प्रभावित 1,347 परिवारों को आपदा राहत खाद्य सामग्री वितरित की गयी है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा बाढ़ प्रभावित ग्रामों में 04-04 मेडिकल टीम एवं 01-01 मेडिकल मोबाइल यूनिट का संचालन किया जा रहा है। प्रभावित ग्रामों में आशा वर्कर्स के माध्यम से 12,847 क्लोरीन की टैबलेट एवं 2,228 पैकेट ओ0आर0एस0 का वितरण किया जा चुका है। पशुपालन विभाग द्वारा 3,364 पशुओं का टीकाकरण तथा 526 बीमार पशुओं का उपचार किया गया है। अभी तक किसी भी पशुधन की हानि नहीं हुई है। बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था हेतु 09 पुलिस चैकियां स्थापित की गई हैं। इन चैकियों के लिए 01 कण्ट्रोल रूम भी बनाया गया है। सभी राजस्व ग्रामों में पुलिस एवं महिला सुरक्षा कर्मियों की वायरलेस सेट के साथ 24 घण्टे ड्यूटी लगायी गई है।
इस अवसर पर कारागार राज्यमंत्री जय कुमार सिंह जैकी, कृषि राज्यमंत्री लाखन सिंह राजपूत सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।