उप्र: सिंचाई विभाग के रिक्त खण्डों में जल्द नियुक्ति के आसार

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के 30 खण्डों में अधिशासी अभियंताओं समेत कुछ अन्य के पद रिक्त चल रहे हैं। पिछले कुछ समय से रिक्त चल रहे इन पदों पर शासन तैनाती नहीं कर पा रहा है। 25 जनवरी को सिंचाई विभाग में 30 सहायक अभियंताओं को प्रोन्नत किया गया। इसके बाद से सिंचाई विभाग के मुख्यालय पर रिक्त चल रहे पदों पर इन अभियंताओं के तैनाती की चर्चा तेज हो गयी है।

उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के मुख्यालय में आजकल रिक्त खण्डों में नियुक्त किये जाने की चर्चा हो रही है। कुछ माह से प्रदेश स्तर पर सिंचाई विभाग के 30 खण्डों को रिक्त बताया जा रहा है। अधिशासी अभियंताओं तैनाती नहीं हो पाने की वजह से कुछ स्थानों पर अधीक्षण अभियंता कार्य देख रहे हैं। कुछ जिलों में यह पद पूरी तरह से खाली चल रहे हैं।

उप्र सिंचाई विभाग के मुख्यालय में उच्च अधिकारी के रूप में विभागाध्यक्ष नरेश चंद्र उपाध्याय ने विभागीय कार्यों की कई बार समीक्षा की है। इस दौरान विभागीय अधिकारियों ने रिक्त खण्डों को लेकर उनसे चर्चा की और उन्हें रिक्त खण्ड में अभियंताओं की तैनाती पर कार्य में गति की ओर संकेत किया गया। उसके बाद विभागाध्यक्ष की ओर से अब तक कोई स्पष्ट बयान सामने नहीं आया है। इसी बीच प्रदेश में रिक्त खण्डों की एक सूची भी सामने आयी।

विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि प्रदेश स्तर पर 30 खण्ड रिक्त बताये जा रहे हैं। उनमें लखनऊ के सिंचाई निर्माण खण्ड प्रथम, लखनऊ खण्ड-02 शारदा नगर, मिर्जापुर के बाणसागर निर्माण खण्डों पांच, सात, आठ व 10, बहराइच के सरयू नहर खण्ड चार व सात, बलरामपुर की सरयू ड्रेनेज खण्ड-02, कर्वी में सिंचाई निर्माण खण्ड, शारदा नगर सिंचाई खण्ड, उन्नाव का सिंचाई खण्ड-02, बदायूं का सिंचाई परियोजना निर्माण खण्ड, जौनपुर का शारदा सहायक खण्ड 36, सोनभद्र में कनहर निर्माण खण्ड-02, सहारनपुर की यमुना लिंक चैनल निर्माण खण्ड, बुलन्दशहर में मध्यगंगा नहर निर्माण खण्ड आठ, प्रयागराज की बाघला नहर प्रखण्ड इत्यादि मुख्य रूप से चर्चा में हैं।

जनवरी माह में सिंचाई विभाग में सहायक अभियंताओं को प्रोन्नति दी गयी और उन्हें अधिशासी अभियंता बनाया गया। इसके बाद से करीब एक माह बीत गये हैं। उन्हें तैनाती नहीं मिल सकी है। विभागीय सूत्रों ने बताया कि प्रोन्नत होकर अधिशासी अभियंता बने अभियंताओं को प्रदेश के रिक्त खण्डों में समायोजित किया जा सकता है। इसकी तैयारी चल रही है।

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