गायत्री–त्रिशा ने बचाया महिला युगल खिताब, श्रीकांत रोमांचक संघर्ष के बाद उपविजेता
लखनऊ। शीर्ष वरीय भारत की त्रिशा जॉली व गायत्री गोपीचंद पी. ने सैयद मोदी इंडिया इंटरनेशनल एचएसबीसी वर्ल्ड टूर सुपर 300 बैडमिंटन चैंपियनशिप 2025 में संघर्ष के बाद मिली रोमांचक जीत के साथ अपने खिताब का बचाव करते हुए भारत का परचम लहराया। दूसरी ओर स्टार भारतीय शटर के.श्रीकांत को तीन गेम तक चले रोमांचक मुकाबले में हार के चलते उपविजेता रहे।
सैयद मोदी इंडिया इंटरनेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप 2025
भारतीय बैडमिंटन एसोसिएशन (बीएआई) के तत्वावधान में उत्तर प्रदेश बैडमिंटन एसोसिएशन द्वारा योनेक्स सनराइज बाबू बनारसी दास बैडमिंटन अकादमी में आयोजित 2,40,000 डॉलर की इनामी राशि वाली चैंपियनशिप में दर्शकों से खचाखच भरी अकादमी में रविवार को फाइनल मैच खेले गए।
महिला युगल का खिताब पिछली विजेता शीर्ष वरीय भारत की त्रिशा जॉली व गायत्री गोपीचंद पी. ने जीता जिन्होंने रोमांचक फाइनल में आठवीं वरीय जापान की काहो ओसावा व माई तानाबे के खिलाफ 17-21, 21-13, 21-15 से जीत दर्ज की।

1 घंटा 16 मिनट तक चले इस रोमांचक मैच में भारतीय जोड़ी को कड़ी टक्कर मिली लेकिन शानदार रैली के बावजूद उन्हें पहले गेम में हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद दूसरे गेम में त्रिशा – गायत्री की जोड़ी ने रणनीति बदली और दमदार कोर्ट कवरेज और शानदार जुगलबंदी के सहारे 9-2 की बढ़त के बाद जीत हासिल की।
तीसरे व निर्णायक गेम में भी दोनों के बीच कड़ा मुकाबला हुआ लेकिन भारतीय जोड़ी ने कड़ी चुनौती पेश करते हुए आखिरी में छह मैच प्वाइंट अपने नाम करते हुए लगातार दूसरी बार खिताब जीत लिया। त्रिशा जॉली व गायत्री गोपीचंद की भारतीय जोड़ी इससे पूर्व पिछले वर्ष विजेता रही थी जबकि 2022 में उपविजेता रहकर संतोष करना पड़ा।
पुरुष एकल फाइनल में हांगकांग के जेसन गुनावन ने पांचवीं वरीय भारत के के.श्रीकांत को एक घंटा 7 मिनट चले मैच में 21-16, 8-21, 22-20 से हराया। हांगकांग के वर्ल्ड 59वीं रैंकिंग जेसन गुनावन ने पहला गेम 21-16 से जीता। दूसरे गेम में श्रीकांत ने वापसी की और 13 गेम प्वाइंट हासिल करते हुए जीत हासिल की।

हालांकि निणार्यक तीसरे गेम में श्रीकांत ने कई मौके गंवाए जबकि गुनावन ने शानदार सर्विस से दबाव बनाए रखा। इसी बीच अंतिम शॉट लाइन से बाहर खेलने के चलते इस साल अपने दूसरे बीडब्लूएफ फाइनल में जगह बनाने वाले श्रीकांत खिताब से चूक गए।
इस हार के साथ 2016 के मोदी बैडमिंटन चैंपियन के.श्रीकांत की लंबे समय से चले आ रहे खिताबी सूखे को समाप्त करने की उम्मीद टूट गयी। श्रीकांत ने इससे पूर्व फ्रेंच ओपन 2017 में अपना आखिरी एकल खिताब जीता था।
मिश्रित युगल खिताब आठवीं वरीय इंडोनेशिया के देजान फर्डिनानस्याह और बर्नाडिन अनिंदिया वारदाना ने जीता जिन्होंन सातवीं वरीय थाईलैंड के पक्कापोन तीरारतसाकुल व सप्सिरी तेरत्तनाचाईन को 21-19, 21-16 से हराया। इससे पूर्व देजान फर्डिनानस्याह ने 2023 में ग्लोरिया इमैनुएल विजाजा के साथ यहां मिश्रित युगल खिताब जीता था।
महिला एकल फाइनल में पांचवीं वरीय जापान की हीना अकेची ने चौथी वरीय तुर्किये की नेस्लिहान अरीन को 21-16, 21-14 से हराया। पुरुष युगल के विजेता छठीं वरीय मलेशिया के एरन ताय व कांग खाई शिंग रहे जिन्होंने तीसरी वरीय मलेशिया के ही ल्वी शेंग हाओ व चिया वेइजिए को 21-9, 21-19 से हराया।
समापन समारोह में मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, विशिष्ट अतिथि आलोक कुमार (अपर मुख्य सचिव एमएसएमई, उत्तर प्रदेश सरकार), सुहास एल वाई (आईएएस, सचिव खेल,उत्तर प्रदेश) सहित उत्तर प्रदेश बैडमिंटन एसोसिएशन के अध्यक्ष डा.नवनीत सहगल (चेयरमैन प्रसार भारती), बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया के उपाध्यक्ष व उत्तर प्रदेश बैडमिंटन एसोसिएशन के चेयरमैन विराज सागर दास, बीबीडी ग्रुप की चेयरपर्सन व बीबीडी यूनिवर्सिटी की चांसलर अलका दास, बीबीडी ग्रुप की उपाध्यक्ष सोनाक्षी दास, उत्तर प्रदेश बैडमिंटन एसोसिएशन के सचिव व आयोजन सचिव डा.सुधर्मा सिंह, एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष आनंद खरे व उपाध्यक्ष अरुण कक्कड़ ने पुरस्कार वितरित करते हुए खिलाड़ियों का उत्साहवर्द्धन किया।
चैंपियनशिप को कई प्रमुख कॉरपोरेट्स का सहयोग प्राप्त है, जिनमें अडानी, इन्वेस्ट यूपी, मिगसन, एपको, ओमैक्स और विराज ग्रुप मुख्य प्रायोजक के रूप में शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त इंडिया पेस्टिसाइड्स लिमिटेड, क्लियो काउंटी ग्रुप, रेडिको खेतान, सिडबी, एंबर ग्रुप, पीआईसीएल और बिग एफएम जैसे प्रायोजकों का सहयोग भी आयोजन के स्तर और अनुभव को और बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।



