राष्ट्रपति ने पंजाब और केपी चुनाव तिथि का किया ऐलाना, मचा घमासान

नई दिल्ली। पाकिस्तान से मंगलवार को प्रकाशित अधिकांश समाचार पत्रों ने राष्ट्रपति आरिफ अल्वी के जरिए पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा की विधानसभाओं के चुनावों की तारीखों का ऐलान किए जाने को प्रमुखता दी है। उन्होंने दोनों सूबों में नौ अप्रैल को चुनाव कराए जाने की घोषणा की।

राष्ट्रपति ने कहा है कि इलेक्शन एक्ट 2017 के सेक्शन 57 के तहत चुनाव की तिथियों की घोषणा की। इलेक्शन कमीशन चुनाव कार्यक्रम का ऐलान करे। दोनों सूबों के गवर्नर और इलेक्शन कमीशन अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी पूरी नहीं कर रहे हैं। पहले आप, नहीं पहले आप की तरह गेंद एक दूसरे के पाले में डाल रहे हैं। संविधान के उल्लंघन से बचने के लिए अपने संवैधानिक और कानूनी फर्ज को अदा करना जरूरी समझता हूं।

उनके इस ऐलान के बाद घमासान मचा है। रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि राष्ट्रपति अपनी औकात से निकल रहे हैं। पीडीएम और खैबर पख्तूनख्वा के गवर्नर ने कहा है कि राष्ट्रपति को चुनाव की तिथि देने का अधिकार नहीं है, महाभियोग चलाया जा सकता है। मुस्लिम लीग नवाज और पीपीपी ने भी राष्ट्रपति की आलोचना की है। सूचना प्रसारण मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा है कि राष्ट्रपति के जरिए संविधान तोड़ने पर आर्टिकल 6 का सामना करना पड़ेगा। चुनाव आयोग संवैधानिक संस्था है, इसे इमरान की टाइगर फोर्स नहीं बनने देंगे।

अखबारों ने लाहौर हाईकोर्ट के जरिए पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को अंतरिम जमानत दिए जाने की खबरें दी हैं। अदालत ने उन्हें तीन मार्च तक जमानत दी है। अखबारों ने नेशनल असेंबली से मिनी बजट पारित होने की खबरें देते हुए बताया है कि कोरम पूरा नहीं होने के बावजूद यह बिल मंजूर हुआ है।

अखबारों ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के जरिए अंतरराष्ट्रीय बिरादरी से इस्लामोफोबिया के खिलाफ आवाज उठाने की अपील किए जाने को भी जगह दी है। उन्होंने कहा है कि अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए ठोस कदम उठा रहे हैं। अखबारों ने प्रधानमंत्री के जरिए नीदरलैंड के प्रधानमंत्री और कीनिया के राष्ट्रपति से टेलिफोनिक संपर्क किए जाने की खबरें भी दी है। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने ऊर्जा और कृषि के क्षेत्र में निवेश के लिए उन्हें दावत दी है और बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए उनकी सराहना भी की है।

अखबारों ने अमरीका के जरिए पाकिस्तान में आतंकवाद की नई लहर आने पर चिंता व्यक्त करने की खबरें दी है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ सलाहकार का कहना है कि हम यह समझने की कोशिश कर रहे हैं की ऐसी घटनाएं बार-बार क्यों हो रही हैं?

पाकिस्तानी अखबारों ने इजराइली प्रधानमंत्री का एक बयान छापा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि सऊदी अरब के साथ शांति समझौते के लिए काम कर रहे हैं। साथ ही ईरान के विदेश मंत्री का एक बयान छापा है, जिसमें उन्होंने कहा कि सऊदी अरब और ईरान में संबंधों की बहाली दोनों देशों के हित में हैं। इसके अतिरिक्त लाहौर हाईकोर्ट के जरिए पीटीआई पंजाब के 70 एमएनएज की सदस्यता खत्म करने के नोटिफिकेशन को सस्पेंड किए जाने की खबरें भी अखबारों ने दी हैं। इसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री शाह महमूद कुरैशी, परवेज खटक, असद उमर और फव्वाद चौधरी शामिल हैं।

अखबारों ने अज्ञात हमलावर के जरिए इस्लामाबाद में कश्मीरी के हुर्रियत नेता इम्तियाज आलम की गोली मारकर हत्या करने की खबरें दी है। टीटीपी ने उन्हें थ्रेट दे रखी थी। यह सभी खबरें रोजनामा पाकिस्तान, रोजनामा नवाएवक्त, रोजनामा खबरें, रोजनामा दुनिया, रोजनामा एक्सप्रेस, रोजनामा जंग और रोजनामा औसाफ आदि ने अपने पहले पन्ने पर प्रकाशित की हैं।

रोजनामा नवाएवक्त ने हुरिर्यत कॉन्फ्रेंस की पाक अधिकृत कश्मीर ब्रांच के सूचना सेक्रेटरी इम्तियाज अशरफ के उस बयान को जगह दी है, जिसमें उन्होंने कहा है कि आरएसएस के समर्थन वाली मोदी सरकार जम्मू-कश्मीर ने लोगों की जमीनों को ताकत के बल पर छीन रही है। हम मोदी सरकार को उसके इस इरादों और मंसूबों में कामयाब नहीं होने देंगे। कश्मीर एक विवादित क्षेत्र है। इसके राजनीतिक भविष्य का फैसला अभी होना बाकी है।

रोजनामा दुनिया ने कराची की मिलर जेल में बंद 30 भारतीय मछुआरों से पाकिस्तान स्थित भारतीय दूतावास के दो राजनयिकों की मुलाकात की खबर छापी है। राजनयिकों को गृह मंत्रालय के आदेश पर मछुआरों से मिलने और उनका हालचाल जानने की अनुमति दी गई थी।

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