सरदार पटेल केवल इतिहास नहीं, वे आज भी राष्ट्र चेतना के केंद्र हैं: धर्मपाल सिंह

लखनऊ/बरेली: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने बुधवार को बरेली में पार्टी द्वारा भारत रत्न, लौह पुरुष, और “एक भारत–श्रेष्ठ भारत” के शिल्पकार सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों की तैयारियों की समीक्षा बैठक की। श्री सिंह ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल केवल इतिहास के महानायक नहीं, बल्कि आज भी भारत की राष्ट्रीय चेतना के केंद्र हैं।
बैठक में जिला, विधानसभा और मंडल स्तर के संयोजकों, पदाधिकारियों एवं अभियान से जुड़े कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।इस दौरान आगामी “सरदार@150 यूनिटी मार्च अभियान” सहित पार्टी द्वारा चलाए जा रहे आत्मनिर्भर भारत अभियान एवं अन्य अभियानों और कार्यक्रमों की रूपरेखा, उद्देश्य और जनभागीदारी पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।
बैठक में प्रदेश महामंत्री( संगठन) श्री सिंह ने कहा कि भाजपा का यह अभियान सरदार पटेल की एकता, समर्पण और राष्ट्रभक्ति की भावना से प्रेरित है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “एक भारत–श्रेष्ठ भारत” के संकल्प को आगे बढ़ाने का माध्यम बनेगा।
उन्होंने कहा, “अगर सरदार पटेल न होते तो आज भारत का नक्शा कुछ और होता। उन्होंने प्रशासनिक एकता, राष्ट्रीय अखंडता और सांस्कृतिक एकजुटता की नींव रखी, जिससे आज भारत विश्व में एक सशक्त राष्ट्र के रूप में खड़ा है।”
प्रदेश महामंत्री (संगठन) श्री धर्मपाल सिंह ने बताया कि सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर भाजपा द्वारा 31 अक्टूबर से 6 दिसंबर तक एक विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य युवाओं में राष्ट्रीय एकता, समरसता और देशभक्ति की भावना को जाग्रत करना है।
उन्होंने बताया कि अभियान के तहत तीन प्रमुख कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। विधानसभा स्तर पर एक नवंबर से 25 नवम्बर तक पद यात्राएं निकाली जाएंगी।प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में लगभग 8 किलोमीटर लंबी पद यात्राएँ निकाली जाएंगी। इन यात्राओं में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ जनप्रतिनिधि, युवा, महिलाएँ, किसान, व्यापारी, कर्मचारी, सामाजिक कार्यकर्ता और समाज के सभी वर्गों की सक्रिय भागीदारी हो इसके लिए हमें योजना पूर्वक कार्य करना होगा।
राष्ट्रीय एकता यात्रां मे प्रत्येक जिले से पाँच प्रतिनिधि, जिनमें दो युवा मोर्चा पदाधिकारी और तीन यूथ आइकॉन शामिल होंगे, सरदार पटेल जी के जन्मस्थान करमसद (गुजरात) से स्टेच्यू ऑफ यूनिटी तक 150 किलोमीटर की राष्ट्रीय एकता यात्रा में भाग लेंगे। यह यात्रा सरदार पटेल की एकता, समर्पण और राष्ट्र निर्माण की भावना का जीवंत प्रतीक होगी और युवाओं को उनके आदर्शों से जोड़ने का माध्यम बनेगी।
उन्होंने कहा कि सरदार पटेल की जयंती (31अक्टूबर) के अवसर पर प्रत्येक जिले में “रन फॉर यूनिटी” कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसका शुभारंभ जिले में स्थापित सरदार पटेल जी की प्रतिमा से किया जाए।



