इजरायल से हेरॉन ड्रोन की नई खेप खरीद रहा भारत

राघवेन्द्र प्रताप सिंह: भारतीय सेना इजरायली हेरॉन मानवरहित हवाई वाहन (UAV) ड्रोन की नई खेप खरीदने की तैयारी में है। इस ड्रोन ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक भूमिका निभाई थी, जिसको देखते हुए सेना न सिर्फ हेरॉन की नई खेप खरीदने की, बल्कि उसे हवा से दागी जाने वाली स्पाइक एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइलों से लैस करने की योजना बना रही है। उल्लेखनीय है कि थल सेना, नौसेना और वायुसेना पहले से ही अपने-अपने ठिकानों से हेरॉन ड्रोन का एक बेड़ा संचालित कर रही हैं। खुफिया एजेंसियां भी विशेष अभियानों के लिए इनका इस्तेमाल करती हैं।
रक्षा अधिकारियों ने एएनआई को बताया कि सेना अतिरिक्त हेरॉन ड्रोन हासिल करने के लिए नए ऑर्डर दिए जा रहे हैं, जिन्हें इस साल मई में पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर के दौरान खुफिया, निगरानी और टोही (आईएसआर) अभियानों के लिए प्रभावी ढंग से तैनात किया गया था।
हेरान ड्रोन का इस्तेमाल मुख्य रूप से चीनी और पाकिस्तानी सीमाओं पर लंबी दूरी की निगरानी के लिए किया जाता है और यह काफी कारगर साबित हुआ है। इसके साथ ही, भारतीय वायु सेना और रक्षा मंत्रालय कई वर्षों से प्रोजेक्ट चीता के तहत हेरान की निगरानी और मारक क्षमता को बेहतर बनाने का काम कर रहे हैं।
इन ड्रोनों को हथियारबंद बनाने के प्रयास जारी हैं। सशस्त्र बलों की एक शाखा हेरॉन को स्पाइक-एनएलओएस (नॉन-लाइन-ऑफ-साइट) एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइलों से लैस करने पर काम कर रही है, जिससे उन्हें भविष्य के संघर्षों में दुश्मन के ठिकानों पर हमला करने की क्षमता मिलेगी।



