Aam Aadmi Party: विधानसभा चुनाव हारने के बाद आप के भीतर क्यों बरपा अंसतोष

बीएस राय : दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) की हार के बाद पार्टी में अंदरूनी कलह खुलकर सामने आने लगी है। इस हार के बाद कई नेता पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए हैं। शनिवार को आम आदमी पार्टी के तीन मौजूदा पार्षद और एक पूर्व जिला अध्यक्ष भाजपा में शामिल हो गए।
आप पार्षदों ने भाजपा में प्रवेश किया एंड्रयूजगंज से आम आदमी पार्टी की पार्षद अनीता बसोया ने भाजपा में शामिल होने की घोषणा की। इसके अलावा वार्ड नंबर 183 से निखिल चपराना और आरके पुरम वार्ड नंबर 152 से पार्षद धर्मवीर भी भाजपा में शामिल हो गए। इनके अलावा नई दिल्ली जिले से आम आदमी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष संदीप बसोया भी भाजपा में शामिल हो गए।
क्या है वजह? आम आदमी पार्टी के अंदर असंतोष की स्थिति है। बताया जा रहा है कि पार्टी नेतृत्व से नाराजगी के चलते ये नेता पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। पार्टी नेतृत्व के फैसलों से कई कार्यकर्ता भी असंतुष्ट बताए जा रहे हैं।
भाजपा नेताओं ने इन पार्षदों के भाजपा में शामिल होने का स्वागत किया और इसे दिल्ली की राजनीति में एक बड़ा बदलाव बताया। वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने दावा किया कि आम आदमी पार्टी में लोकतांत्रिक प्रक्रिया कमजोर हुई है, जिसके कारण नेता असंतुष्ट होकर पार्टी छोड़ रहे हैं।
आम आदमी पार्टी के नेताओं ने इसे अवसरवादिता करार दिया है और कहा है कि ये नेता अपने निजी स्वार्थों के कारण पार्टी छोड़कर गए हैं। पार्टी ने दावा किया कि इससे उनकी राजनीतिक ताकत पर कोई असर नहीं पड़ेगा और वे जनता के समर्थन से फिर से मजबूती से उभरेंगे।
आम आदमी पार्टी के पार्षदों के भाजपा में शामिल होने से राजधानी की राजनीति में बड़ा बदलाव आ सकता है। आने वाले स्थानीय चुनावों में यह बदलाव कितना कारगर होगा, यह तो आने वाला समय ही बताएगा। फिलहाल दिल्ली की राजनीति में हलचल तेज हो गई है और सबकी निगाहें आम आदमी पार्टी और भाजपा की आगामी रणनीतियों पर टिकी हैं।