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Delhi Election 2025: दिल्ली में चरम पर पहुंची राजनीतिक बयानबाजी, जानिए रमेश बिधूड़ी को क्यों देनी पड़ी सफाई

बीएस राय: दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच सियासी बयानबाजी तेज है। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के हालिया दावे के बाद भाजपा नेता रमेश बिधूड़ी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि भाजपा रमेश बिधूड़ी को दिल्ली में मुख्यमंत्री पद का चेहरा बना सकती है। बिधूड़ी ने इस दावे पर लंबा बयान जारी कर अपनी स्थिति स्पष्ट की है।

बिधूड़ी का बयान: “मैं किसी पद का दावेदार नहीं हूं” भाजपा नेता रमेश बिधूड़ी ने कहा कि वह किसी पद के दावेदार नहीं हैं। उन्होंने केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पर उनके नाम का इस्तेमाल कर दुष्प्रचार करने का आरोप लगाया। बिधूड़ी ने कहा, “मैं एक समर्पित कार्यकर्ता हूं और पार्टी ने मुझे कई बार सेवा करने का मौका दिया है। मैं दो बार सांसद और तीन बार विधायक रहा हूं। मुझे जनता और पार्टी के विश्वास पर गर्व है। मैं सिर्फ जनता की सेवा करने में विश्वास करता हूं और किसी पद का दावा नहीं करता हूं।” भाजपा को जनता के समर्थन का दावा

बिधूड़ी ने अपने बयान में कहा कि दिल्ली की जनता अब आम आदमी पार्टी के वादों और झूठे दावों से तंग आ चुकी है। उन्होंने कहा कि भाजपा ही दिल्ली में स्थिरता और विकास ला सकती है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे आम आदमी पार्टी के प्रलोभनों में न आएं और भाजपा का समर्थन करें। बिधूड़ी ने कहा, “दिल्ली की जनता भाजपा को बहुमत देकर साबित कर देगी कि वह विकास चाहती है।”

अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि उनके सूत्र बता रहे हैं कि भाजपा जल्द ही रमेश बिधूड़ी को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित कर सकती है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, “बिधूड़ी जी 10 साल तक सांसद रहे, लेकिन उन्होंने क्या काम किया? मैं दिल्ली की जनता की तरफ से बस यही पूछना चाहता हूं।”

इस आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए बिधूड़ी ने कहा, “केजरीवाल जी के आरोप बेबुनियाद और निराधार हैं। उन्हें खुद पता चल गया है कि उनकी पार्टी दिल्ली में हारने वाली है। इसलिए वे झूठे दावे कर रहे हैं। मैं तो पार्टी का सिपाही मात्र हूं और मुझे पार्टी का पूरा समर्थन है।” अमित शाह का बयान रमेश बिधूड़ी के बयान से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी अरविंद केजरीवाल के दावों पर पलटवार किया था।

शाह ने कहा, “अब केजरीवाल बताएंगे कि दिल्ली में बीजेपी का सीएम चेहरा कौन होगा? यह उनका काम नहीं है। आम आदमी पार्टी ने 10 साल में दिल्ली को रसातल में पहुंचा दिया है। नल खोलो तो गंदा पानी आता है, खिड़की खोलो तो दुर्गंध आती है, बाहर जाओ तो टूटी सड़कें मिलती हैं। दिल्ली की हालत दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है।” अमित शाह ने आगे कहा कि आप सरकार ने दिल्ली को नर्क बना दिया है। “छठ पूजा के दौरान लोग यमुना में स्नान नहीं कर सकते। यमुना का पानी जहरीला हो गया है। सड़कों पर कूड़े के ढेर लगे हैं। यह सब आम आदमी पार्टी की नीतियों का नतीजा है।”

दिल्ली में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और इस बार बीजेपी सत्ता में आने के लिए पूरी ताकत लगा रही है। पार्टी का फोकस दिल्ली के इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने और रोजगार के अवसर पैदा करने पर है। अमित शाह और बीजेपी के दूसरे नेता लगातार प्रचार में लगे हुए हैं और आम आदमी पार्टी की नीतियों को विफल बता रहे हैं।

आप के सामने सबसे बड़ी चुनौती अपने वादों को पूरा करना है। पिछले 10 सालों में पार्टी ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में कुछ सुधार किए हैं, लेकिन विपक्ष का कहना है कि जमीनी स्तर पर अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। विपक्ष का आरोप है कि आम आदमी पार्टी ने सिर्फ प्रचार किया है, जबकि दिल्ली की समस्याएं जस की तस हैं।

इन दिनों दिल्ली की राजनीति में बयानबाजी चरम पर है। अरविंद केजरीवाल और रमेश बिधूड़ी के बीच जुबानी जंग से पता चलता है कि चुनावी माहौल कितना गर्म है। एक तरफ केजरीवाल बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं तो दूसरी तरफ बीजेपी नेता और कार्यकर्ता दिल्ली में अपने पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं. चुनाव में कौन जीतेगा ये तो वक्त ही बताएगा, लेकिन फिलहाल दोनों पार्टियां एक दूसरे पर तीखे हमले कर रही हैं.

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