कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने भारत सरकार का किया समर्थन, इस फैसले पर जताई खुशी

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर ने भारत सरकार के फैसले का समर्थन किया. उन्होंने खुशी जताई कि शेख हसीना भारत में रह रहीं हैं.
कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के साथ खड़े दिखाई दिए. अय्यर ने एक कार्यक्रम में कहा कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना जब तक चाहें भारत में रह सकती हैं. अय्यर ने इस बात पर खुशी जताई की भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री पिछले माह ढाखा गए. उन्होंने वहां अधिकारियों से बात की. उन्होंने कहा कि बात होती रहनी चाहिए. भारत को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के साथ मंत्रिस्तरीय संपर्क स्थापित करना चाहिए.
शेख हसीना को लेकर बोले अय्यर
अय्यर से कहा गया कि बांग्लादेश ने हसीना के प्रत्यर्पण की मांग की है. इस पर अय्यर ने कहा कि मुझे लगता है कि शेख हसीना ने हमारे लिए बहुत काम किया है और शायद इस बात से हम कभी असहमत होंगे. मुझे बहुत खुशी है कि हसीना को शरण दी है. मुझे लगता है कि वे जब तक चाहें, तब तक उन्हें भारत में रहना चाहिए फिर चाहे उन्हें पूरी जिंदगी ही क्यों न भारत में बितानी पड़े.
बता दें, शेख हसीना पांच अगस्त से भारत में हैं. वे सत्ता परिवर्तन के बाद भारत छोड़कर चली आईं थीं. 16 साल की उनकी सरकार गिर गई है.
हिंदुओं पर हो रहे हमलों पर रखा पक्ष
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि वहां हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं और ये सच है. लेकिन उन पर हमला इसलिए भी हो रहा है कि वे हसीना के समर्थक हैं. उन्होंने आगे कहा कि हिंदुओं पर हमले हुए, ये सच हैं लेकिन हमलों को बढ़ाचढ़ाकर भी बताया गया.
पाकिस्तान मुद्दे पर भी बोले
अय्यर ने बांग्लादेश के बाद पाकिस्तान मुद्दे पर भी बात की. उन्होंने कहा कि हमारे पास सर्जिकल स्ट्राइक करने की हिम्मत है लेकिन बातचीत का नहीं है. पाकिस्तान एक ऐसा देश है, जो आतंकवाद को पालता भी है और आंतकवाद का शिकार भी है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को लगा था कि वे तालिबान को अफगानिस्तान में सत्ता में ले आएंगे. लेकिन हकीकत में तालिबान ही पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ा सिर दर्द बन गया है. पाकिस्तान को लटकाए रखना बेकार है. भारत को मनमोहन सरकार की तरह पाकिस्तान से बात करना चाहिए.