Maharashtra CM: आज सीएम पद की शपथ लेंगे देवेंद्र फडनवीस, क्या शिंदे ने डिप्टी सीएम पद को लेकर जानबूझकर बनाया दबाव

बीएस राय : महाराष्ट्र में गुरुवार को नई सरकार शपथ लेगी। देवेंद्र फडनवीस सीएम बनेंगे। हालांकि बुधवार को अंतिम समय तक सीएम पद को लेकर सस्पेंस बना हुआ था। हालांकि इस दौरान शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ढाई साल की उपलब्धियों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के विकास पर ध्यान दिया गया है। शिंदे ने सीएम पद के लिए देवेंद्र फडणवीस का समर्थन जताया। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान नेताओं ने अजित पवार की टिप्पणी पर हंसी-मजाक किया।
महाराष्ट्र की राजनीति में शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अपने ढाई साल के कार्यकाल को “उल्लेखनीय” करार दिया। इस दौरान उन्होंने न सिर्फ अपने नेतृत्व में किए गए कामों की तारीफ की, बल्कि मुख्यमंत्री पद को लेकर भी अहम बयान दिया।
एकनाथ शिंदे ने अपने बयान में साफ कर दिया कि महाराष्ट्र की जनता का कल्याण उनके लिए सर्वोपरि है। उन्होंने कहा, “ढाई साल पहले देवेंद्र फडणवीस ने मेरे नाम की सिफारिश की थी और आज मैंने उनका समर्थन किया है। हमारे लिए यह कभी सवाल नहीं रहा कि हमें क्या मिल रहा है। हमारी प्राथमिकता सिर्फ यही थी कि महाराष्ट्र को क्या मिल रहा है।”
उन्होंने महायुति (एनडीए) गठबंधन में किसी भी तरह के असंतोष की खबरों को खारिज करते हुए कहा, “महायुति में कोई ऊंच-नीच नहीं है। हमारी टीम द्वारा किए गए काम को इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।” सीएम पद को लेकर शिंदे ने क्या कहा? जब उनसे पूछा गया कि क्या वह डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे, तो उन्होंने कहा, “शाम तक इंतजार करें, सब पता चल जाएगा।”
उनकी इस टिप्पणी ने सस्पेंस को और बढ़ा दिया, हालांकि उन्होंने मुख्यमंत्री पद को लेकर किसी भी तरह के विवाद पर अपना साफ रुख दिखाया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में माहौल को हल्का करने के लिए चुटकी ली प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार एक साथ बैठे थे।
बातचीत के दौरान अजित पवार ने मजाकिया अंदाज में कहा, “मैं कल शपथ लेने जा रहा हूं, मैं इंतजार नहीं करने वाला।” इस पर शिंदे ने हंसते हुए जवाब दिया, “दादा को सुबह और शाम दोनों समय शपथ लेने का अनुभव है।” इस मजाक पर वहां मौजूद सभी नेता और पत्रकार हंस पड़े, जिससे गंभीर माहौल में थोड़ी राहत मिली।
अजित पवार का बयान अजित पवार ने दिल्ली दौरे पर सफाई देते हुए कहा कि वे वहां किसी राजनीतिक बैठक के लिए नहीं गए थे। उन्होंने स्पष्ट किया, “मैं अपनी पत्नी के काम से और वकीलों से मिलने दिल्ली गया था। वहां का माहौल मुंबई से थोड़ा शांत है।” राजनीति में नया समीकरण? शिंदे और पवार के बीच हल्की-फुल्की बातचीत के बावजूद यह साफ है कि महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा बदलाव हो सकता है।
शपथ ग्रहण समारोह और गठबंधन के भीतर के समीकरण आने वाले समय में नई तस्वीर पेश करेंगे। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस से साफ है कि महाराष्ट्र में न सिर्फ नेतृत्व को लेकर चर्चा तेज हो रही है, बल्कि महायुति के तहत राजनीतिक समझ और समन्वय की नई परिभाषा भी लिखी जा रही है।
