पति की लंबी उम्र के लिए हरियाली तीज पर सोलह श्रृंगार में इन 5 चीजों को जरूर करें शामिल

कई बार बहुत से लोगों को पता नहीं होता कि 16 श्रृंगार होता क्या है. इनमें किन-किन चीजों को शामिल करना होता है. साथ ही वो पांच कौन सी ऐसे श्रृंगार के सामान हैं जिन्हें हरियाली तीज के व्रत के समय जरूर शामिल करना होता है आइए जानते हैं.

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए माता पार्वती ने व्रत की शुरुआत हरियाली तीज से ही की थी. हरियाली तीज का पर्व मुख्य रूप से माता पार्वती को समर्पित माना जाता है. 2024 में हरियाली तीज 7 अगस्त को मनाई जाएगी. हरियाली तीज पर सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत करती हैं. हरियाली तीज पर सोलह श्रृंगार करने की परंपरा रही है. लेकिन कई बार बहुत से लोगों को पता नहीं होता कि 16 श्रृंगार होता क्या है. इनमें किन-किन चीजों को शामिल करना होता है. साथ ही वो पांच कौन सी ऐसे श्रृंगार के सामान हैं जिन्हें हरियाली तीज के व्रत के समय जरूर शामिल करना होता है आइए जानते हैं. 

क्या होता है सोलह श्रृंगार

वेदों के अनुसार 16 श्रृंगार करने का मतलब है लगभग शरीर के हर अंग की सजावट करना. साथ ही उनके लिए एक तय आभूषण पहनना. इसके तहत ही पहले के देवी-देवता तैयार होते थे और तब महिलाओं के लिए ही ये सिर्फ नहीं था. ये पुरुषों पर भी लागू होता था

सिंदूर

हरियाली तीज में श्रृंगार करते समय सबसे जरूरी और पहली चीज है वो है सिंदूर. ये हर सुहागिन के सुहाग की निशानी होता है. हरियाली तीज के दिन सभी औरतें अपनी मांग को सिंदूर से पूरा पीछे तक भरती हैं.

बिंदी

हरियाली तीज के श्रृंगार में दूसरी जरूरी चीज है वो है बिंदी. ये श्रृंगार का अहम हिस्सा होता है. हिंदू धर्म के अनुसार बिंदी को तीसरे नेत्र या आज्ञा चक्र, ज्ञान, शक्ति और सौभाग्य का प्रतीक भी माना जाता है. कहा जाता है कि बिंदी लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है. 

महावर

महावर के कई जगहों पर आलता नाम से जाना जाता है. ये सुहागिन महिलाओं के पैरों की खूबसूरती को बढ़ाने का काम करता है. पहले जहां पैरों को लाल कर दिया जाता था, आज आलता के भी कई डिजाइन आ गए हैं, जिन्हें आप भी अपनी पसंद के अनुसार लगा सकती हैं.

कुमकुम

हरियाली तीज पर कई महिलाएं बिंदी के साथ-साथ कुमकुम भी लगाती हैं. यह भी हर सुहागन महिला की निशानी होता है. ये लाल और सफेद रंग का होता है, जिसे माथे पर लगाया जाता है जो चेहरे की शोभा बढ़ाता है. अगर आप इसे अब तक नहीं लगाती थीं, तो इस बार जरूर लगाएं और अपने श्रृंगार को पूरा करें.

मेहंदी

हरियाली तीज पर मेहंदी भी जरूर लगाएं. वैसे त्योहार चाहे कोई भी हो महिलाएं मेहंदी लगाने से नहीं चूकती हैं, लेकिन हरियाली तीज के दिन सभी शादीशुदा औरतें अपने हाथों में मेहंदी लगाती हैं और कुछ अपने पति का नाम भी लिखती हैं. 

16 श्रृंगार में शामिल चीजें 

– शादी का जोड़ा या साड़ी

– महावर यानी लाल रंग

– मांगटीका

– सिन्दूर

– बिंदी

– काजल

– नथ

– कर्ण फूल यानी कान के झुमके

– गले का हार

– बाजूबंद

– मेहंदी

– चूड़ियां

– आरसी यानी अंगूठी

– कमरबंद

– पायल और बिछुआ

– खुशबू के लिए इत्र

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