बर्मिंघम टेस्ट में शुभमन गिल और टीम इंडिया ने बनाए ये रिकॉर्ड
इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन में हो रहे दूसरे टेस्ट के दौरान टीम इंडिया के कप्तान शुभमन गिल ने तमाम रिकॉर्ड बनाए हैं। भारत ने पहली पारी में 587 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया है।

कप्तान गिल ने 269 रन की शानदार मैराथन पारी खेली। दूसरे टेस्ट में कप्तानी कर रहे शुभमन गिल ने दोहरे शतक से रिकॉर्ड्स की झड़ी ही लगा दी। उनके इन रिकॉर्ड्स की चर्चा आगे करते हैं।
एजबेस्टन टेस्ट में बने कुछ बड़े रिकॉर्ड्स
भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पहली पारी में 587 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया। यह इंग्लैंड में भारत का चौथा सबसे बड़ा स्कोर है।
5 विकेट जाने के बाद सबसे ज्यादा स्कोर। भारत ने एजबेस्टन टेस्ट में अपनी पहली पारी के दौरान नीतीश कुमार रेड्डी के रूप में पांचवां विकेट गिरने के बाद 376 रन बनाए। यह भारत की तरफ से किसी टेस्ट पारी में 5 विकेट गिरने के बाद बने सबसे ज्यादा रन हैं।
छठे विकेट या उससे नीचे के विकेट के तौर पर रविंद्र जडेजा ने तीसरी बार 200 से ज्यादा की साझेदारी की है। खास बात ये है कि उनकी इन 3 साझेदारियों में 2 तो एजबेस्टन के मैदान पर ही आई हैं।
पांच विकेट या उससे ज्यादा विकेट गिरने के बाद 200 रन से ज्यादा की साझेदारियों में शिरकत के मामले में सिर्फ एडम गिलक्रिस्ट (6), बीजे वॉल्टिंग (5) और महेंद्र सिंह धोनी (4) ही रविंद्र जडेजा से ऊपर हैं।
यशस्वी जायसवाल ने पहली पारी में 87 रन बनाए। वह इंग्लैंड के खिलाफ अपने शुरुआती सात टेस्ट में हर मैच में 50 से ज्यादा रन बनाने वाले भारत के पहले और दुनिया के तीसरे बल्लेबाज बन गए हैं।
उनसे पहले विव रिचर्ड्स और मार्क टेलर ने इंग्लैंड के खिलाफ अपने शुरुआती सात टेस्ट के हर मुकाबले में 50 प्लस रन बनाए थे।
शुभमन गिल ने बनाए ये रिकॉर्ड्स
शुभमन गिल की 269 रन की पारी टेस्ट में किसी भी भारतीय कप्तान की अभी तक की सर्वोच्च पारी है। उन्होंने 2019 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पुणे टेस्ट में तत्कालीन कप्तान विराट कोहली के नाबाद 254 रन के रिकॉर्ड को तोड़ा है।
गिल भारतीय बल्लेबाजों में 7वें सबसे ज्यादा व्यक्तिगत स्कोर बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं।
शुभमन गिल की 269 रन की पारी इंग्लैंड का दौरा करने वाली किसी भी टीम के कप्तान की अब तक की तीसरी सबसे बड़ी टेस्ट पारी बन गई है।
उनसे ऊपर ऑस्ट्रेलिया के बॉबी सिंपसन और दक्षिण अफ्रीका के ग्रीम स्मिथ हैं। सिंपसन ने 1964 में मैनचेस्टर टेस्ट में 311 रन बनाए थे जबकि स्मिथ ने 2003 में बर्मिंघम में 277 रन की पारी खेली थी।
एशिया के बाहर किसी भी भारतीय का सबसे बड़ा स्कोर। शुभमन गिल से पहले एशिया से बाहर किसी भारतीय के सर्वोच्च स्कोर का रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम था। उन्होंने 2004 में सिडनी टेस्ट में 241 रन की पारी खेली थी।
भारत से बाहर किसी टेस्ट में किसी भारतीय बल्लेबाज का तीसरा सबसे बड़ा स्कोर। इससे पहले 2004 में पाकिस्तान दौरे पर वीरेंद्र सहवाग ने मुल्तान टेस्ट में 309 और राहुल द्रविड़ ने रावलपिंडी टेस्ट में 270 रन बनाए थे।
कप्तान के तौर पर शुरुआती दोनों टेस्ट में शतक मारने वाले दुनिया के सातवें खिलाड़ी। इनमें गिल को मिलाकर 4 भारतीय हैं। ये कारनामा करने वाले सभी 7 खिलाड़ी हैं- विजय हजारे, सुनील गावस्कर, विराट कोहली, शुभमन गिल, जैकी मैकग्ल्यू, एलेस्टर कुक और स्टीव स्मिथ।
सचिन तेंदुलकर, वीरेंदर सहवाग, रोहित शर्मा और क्रिस गेल के एलिट क्लब में शुभमन गिल। इन खिलाड़ियों ने टेस्ट और ओडीआई दोनों में ही दोहरे शतक जड़े हैं।



