Delhi Election 2025: कड़ी सुरक्षा के बीच हो रहा मतदान, जानिए सुबह 9 बजे तक कितने प्रतिशत हुई वोटिंग

बीएस राय: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए सभी 70 सीटों पर मतदान जारी है। 699 उम्मीदवारों की किस्मत आज ईवीएम में कैद हो जाएगी। चुनाव आयोग के मुताबिक सुबह 9 बजे तक 8.10 फीसदी मतदान हुआ था। इस बार भी दिल्ली में चुनावी माहौल गर्म है और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
उम्मीदवारों की संख्या और सीटों का गणित दिल्ली के अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीदवारों की संख्या अलग-अलग है। पटेल नगर और कस्तूरबा नगर में जहां सबसे कम यानी सिर्फ पांच-पांच उम्मीदवार हैं, वहीं नई दिल्ली सीट पर सबसे ज्यादा 23 उम्मीदवार मैदान में हैं। यह सीट राजनीतिक तौर पर काफी अहम मानी जा रही है।
चुनाव के बीच नेताओं के बयान दिल्ली में मतदान के साथ ही नेताओं के बीच बयानबाजी भी तेज हो गई है। कालकाजी विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और आतिशी यह चुनाव हारने वाले हैं। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली की जनता राष्ट्रीय राजधानी के विकास के लिए वोट कर रही है और पीएम मोदी के नेतृत्व में बदलाव लाना चाहती है।
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उन्होंने कहा कि यह ‘सत्य बनाम झूठ’ की लड़ाई है और उम्मीद जताई कि दिल्ली की जनता सत्य का साथ देगी। दिल्ली में मतदान के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उन्होंने राष्ट्रपति संपदा स्थित मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और जंगपुरा से उम्मीदवार मनीष सिसोदिया ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उनके साथ उनकी पत्नी सीमा सिसोदिया ने भी वोट डाला। उन्होंने दिल्ली के मतदाताओं से अधिक से अधिक संख्या में मतदान करने की अपील की।
भाजपा नेता अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि दिल्ली में कई बुनियादी समस्याएं बनी हुई हैं, जिनमें प्रदूषण और यमुना नदी की खराब स्थिति प्रमुख है। उन्होंने दावा किया कि अब समय आ गया है कि दिल्ली को ऐसी सरकार मिले जो इन मुद्दों पर गंभीरता से काम करे।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उन्होंने कहा कि जनता बदलाव के मूड में है और इस बार चुनाव में दिल्ली नया फैसला ले सकती है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी मतदान किया। मतदान करने के बाद वे निर्माण भवन से बाहर निकले।
इस चुनाव में सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने मतदाताओं से लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लेने की अपील की है। आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस सभी ने अपनी-अपनी रणनीति के तहत मतदाताओं को आकर्षित करने की कोशिश की है।
अब सबकी नजरें चुनाव नतीजों पर टिकी हैं। क्या दिल्ली में सत्ता परिवर्तन होगा या आप सरकार को फिर से जनता का समर्थन मिलेगा, यह देखना बाकी है।