विजय हजारे ट्रॉफी : हरियाणा के खिलाफ मैच में मोहम्मद शमी का दमदार प्रदर्शन
गुरुवार को विजय हजारे ट्रॉफी में बंगाल के लिए खेलते हुए हरियाणा के खिलाफ मैच में तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने दमदार प्रदर्शन किया। टीम इंडिया में वापसी के लिए कड़ी मेहनत कर रहे मोहम्मद शमी की निगाहे इंग्लैंड और चैंपियंस ट्रॉफी के लिए चुनी जाने वाली स्क्वॉड में जगह बनाने पर हैं।

तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी 2023 में हुए वनडे विश्व कप के फाइनल के बाद से टीम से बाहर चल रहे हैं। पिछले साल उनके एड़ी की सर्जरी भी हुई थी, जिसके कुछ महीने बाद उन्होंने व्हाइट बॉल क्रिकेट में वापसी की है। मोहम्मद शमी ने नॉकआउट मुकाबले में हरियाणा के खिलाफ 10 ओवर में 61 रन देते हुए तीन विकेट लेकर टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई।
शमी को पहली सफलता छठे ओवर में मिली। उन्होंने हरियाणा के ओपनर हिमांशु राणा को आउट किया। पहले स्पेल में शमी ने 6.67 की इकॉनमी से रन लुटाए लेकिन डेथ ओवर में उन्होंने अच्छी वापसी की और दिनेश बाना, अंशुल कंबोज को पवेलियन का रास्ता दिखाया।
तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने टखने की चोट से ठीक होने के बाद बंगाल के लिए तीनों प्रारूपों रणजी ट्रॉफी, सैयद मुश्ताक अली टी20 और विजय हजारे वनडे में प्रभावशाली प्रदर्शन किया जिससे उनकी भारतीय टीम में वापसी की उम्मीद बढ़ गई थी।
मोहम्मद शमी के बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के अंतिम दो मैच में खेलने की उम्मीद थी लेकिन बीसीसीआई द्वारा विज्ञप्ति में कहा गया था, ‘’वह अपनी एड़ी की समस्या से पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। उन्होंने एक रणजी ट्रॉफी मैच खेला और 43 ओवर किए और फिर उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के भी नौ मैच खेले, जहां उन्होंने लगभग हर मैच में अपने कोटे की पूरी गेंदबाजी की।
इस दौरान उनके बाएं पैर के घुटने में सूजन होने लगी। यह गेंदबाजी करने के साथ-साथ और भी बढ़ने लगी। इस कारण उन्हें बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बचे मैचों के लिए चयन योग्य नहीं समझा जाएगा।”