नीतीश रेड्डी को 25 लाख का पुरस्कार देगा आंध्र क्रिकेट संघ
आंध्र क्रिकेट संघ ने शनिवार को मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच के तीसरे दिन अपने करियर का पहला शतक लगाकर भारत को वापसी दिलाने वाले युवा ऑलराउंडर नीतीश रेड्डी को 25 लाख रुपये पुरस्कार देने का ऐलान किया।
रेड्डी तीसरे दिन का खेल खत्म होने के समय 105 रन बनाकर खेल रहे थे। उनकी इस शानदार पारी से भारत ने ऑस्ट्रेलिया के 474 रन के जवाब में नौ विकेट पर 358 रन बनाए हैं। आंध्र क्रिकेट संघ अध्यक्ष केसिनेनी शिवनाथ ने कहा, ‘यह आंध्र क्रिकेट संघ के लिए भाग्यशाली दिन और खुशी का पल है।
हमें बहुत खुशी है कि आंध्र के एक खिलाड़ी को टेस्ट क्रिकेट और टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए भारतीय टीम में चुना गया। आंध्र क्रिकेट संघ इस उपलब्धि के लिए नीतीश रेड्डी को सम्मान के तौर पर 25 लाख रुपए की पुरस्कार राशि देगा।’
आंध्र प्रदेश सीएम चंद्राबाबू नायडू ने भी नीतीश रेड्डी के सम्मान में एक पोस्ट में लिखा, ‘मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2024 के चौथे टेस्ट मैच में शतक बनाने के लिए विशाखापत्तनम के युवा के. नीतीश कुमार रेड्डी को बधाई। टेस्ट मैचों में यह उपलब्धि हासिल करने वाला तीसरा सबसे युवा भारतीय क्रिकेटर बनना और भी अधिक खुशी की बात है।
हम जानते हैं कि उन्होंने रणजी में आंध्र के लिए कई जीत दर्ज की हैं। अंडर 16 स्तर पर भी अद्भुत जीत हासिल की है। मैं दिल से कामना करता हूं कि वह ऐसी और जीत दर्ज करें और भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बनें और देश की प्रतिष्ठा को मजबूत करें।’
रेड्डी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में अपने करियर का पहला शतक पूरा करने के बाद ‘सालार’ स्टाइल में इसका जश्न मनाया। यह उनका अपने पिता मुत्याला के प्रति सम्मान था जो भारतीय टीम के डग आउट के पीछे से अपने बेटे को यह बेहतरीन पारी खेलते हुए देख रहे थे।
यह सफर सिर्फ रेड्डी का ही नहीं बल्कि उनके पिता के बलिदान और इस विश्वास का भी था कि उनका बेटा खास है। जब रेड्डी 12 साल के थे तब उनके पिता ने हिंदुस्तान जिंक से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी। उन्होंने उदयपुर छोड़ने का भी फैसला किया क्योंकि वह जानते थे कि इस शहर में उनके बेटे को क्रिकेटर के लिए वो सुविधाएं और कोचिंग नहीं मिल पाएगी।