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National News: नरेंद्र मोदी की सरकार में महात्मा गांधी की विरासत खतरे में… सोनिया गांधी ने क्यों लिखा ऐसा पत्र

बीएस राय: कर्नाटक के बेलगाम में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक चल रही है। पत्र में सोनिया गांधी ने महात्मा गांधी की विरासत को खतरे की बात कही। उन्होंने सरकार पर गांधीवादी संस्थाओं पर हमला करने का आरोप लगाते हुए इसे “नव सत्याग्रह बैठक” घोषित करने की अपील की। उन्होंने संगठन को मजबूत करने का आह्वान किया।

कर्नाटक के बेलगाम में कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की एक महत्वपूर्ण बैठक हो रही है। इसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी समेत कांग्रेस के प्रमुख नेता शामिल हो रहे हैं। हालांकि, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व्यक्तिगत रूप से शामिल नहीं हो सकीं। अपनी अनुपस्थिति में उन्होंने कांग्रेस कार्यसमिति को एक भावुक पत्र लिखकर अपनी बात रखी।

सोनिया गांधी ने अपने पत्र में मौजूदा सरकार और उसकी विचारधारा पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि आज देश में महात्मा गांधी की विरासत खतरे में है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिन संगठनों ने कभी स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा नहीं लिया, उन्होंने महात्मा गांधी का विरोध किया और ऐसा जहरीला माहौल बनाया, जिससे उनकी हत्या का रास्ता साफ हो गया। उन्होंने यह भी कहा कि ये संगठन गांधी के हत्यारों का महिमामंडन करते हैं।

सोनिया गांधी ने कहा कि देशभर में गांधीवादी संस्थाओं पर हमले हो रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस कार्यसमिति की इस बैठक को “नव सत्याग्रह बैठक” नाम देना उचित होगा। उन्होंने पार्टी से इन ताकतों से पूरी दृढ़ता के साथ लड़ने और संगठन को और मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया। कांग्रेस की ऐतिहासिक भूमिका पर जोर सोनिया गांधी ने अपने पत्र में कांग्रेस के गौरवशाली इतिहास का जिक्र किया और कहा कि पार्टी ने हमेशा कठिन परिस्थितियों में दृढ़ता दिखाई है। उन्होंने नेताओं और कार्यकर्ताओं से नई ऊर्जा के साथ व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से आगे बढ़ने और पार्टी को मजबूत करने का आग्रह किया।

सोनिया गांधी ने याद दिलाया कि 1924 में बेलगाम में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 39वां अधिवेशन हुआ था। इस अधिवेशन में महात्मा गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभाला था, जो स्वतंत्रता संग्राम के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ। उन्होंने इसे पार्टी और देश के इतिहास में एक “परिवर्तनकारी मील का पत्थर” बताया।

सोनिया गांधी ने कहा कि महात्मा गांधी हमारी प्रेरणा के मूल स्रोत रहे हैं और हमेशा रहेंगे। उन्होंने गांधी की विरासत की रक्षा के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की और कहा कि मौजूदा सरकार की विचारधारा और उनके द्वारा समर्थित संस्थाएं इस विरासत को खतरे में डाल रही हैं।

सोनिया गांधी ने नए साल के अवसर पर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को शुभकामनाएं दीं और उनसे नई चुनौतियों का सामना करने के लिए तत्परता और संकल्प के साथ आगे बढ़ने का आह्वान किया। सोनिया गांधी के संदेश ने कांग्रेस कार्यसमिति की इस बैठक को एक नई दिशा दी है। उन्होंने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को गांधीवादी मूल्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत करने के लिए प्रेरित किया।

यह बैठक न केवल कांग्रेस पार्टी के लिए बल्कि देश की वर्तमान राजनीतिक दिशा और गांधीवादी विचारधारा की सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।

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