दिल्ली का मौसम बदलेगा, क्रिसमस के बाद यूपी समेत कई राज्यों में बारिश का अलर्ट

बीएस राय: दिल्ली में हल्के कोहरे के साथ ठंड बढ़ रही है। रविवार को न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि सोमवार को बारिश और तेज हवाओं के कारण ठंड बढ़ सकती है। हिमाचल, कश्मीर में बर्फबारी और बारिश की संभावना है। 27-28 दिसंबर को उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की गई है।
दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से सुबह के समय कोहरा छाए रहने के कारण शहर में ठंड बढ़ती जा रही है। रविवार सुबह सड़कों पर हल्का कोहरा छाया रहा, जिससे दृश्यता प्रभावित हुई। इस दौरान हवा की गति 3 किमी प्रति घंटे तक रही। मौसम विभाग के अनुसार रविवार को न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 24 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
हालांकि, सोमवार को मौसम बदल सकता है। बादल छाए रहने और बारिश होने के आसार हैं। साथ ही सर्द हवाओं के कारण ठंड और बढ़ने की संभावना है। न्यूनतम तापमान गिरकर 7 या 6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। मंगलवार और बुधवार को फिर कोहरा लौट सकता है, जिसके चलते 24 दिसंबर को घने कोहरे का अलर्ट जारी किया गया है। वाहन चालकों को सुरक्षित और धीमी गति से वाहन चलाने की सलाह दी गई है।
उत्तर भारत में व्यापक असर हिमाचल और जम्मू-कश्मीर हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में 22 से 24 दिसंबर के बीच हल्की बर्फबारी और बारिश हो सकती है। ठंड के इस मौसम में इन इलाकों में पर्यटन का आकर्षण भी बढ़ जाता है।
26 दिसंबर से उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में बारिश और ओलावृष्टि के साथ एक नए पश्चिमी विक्षोभ के आने की संभावना है। 27 और 28 दिसंबर को पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में आंधी और ओलावृष्टि के आसार हैं।
कश्मीर में ठंड ने अपना प्रचंड रूप दिखाना शुरू कर दिया है। शनिवार को न्यूनतम तापमान माइनस 8.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। इस महीने का सबसे ठंडा दिन 13 दिसंबर को दर्ज किया गया, जब श्रीनगर में माइनस 12.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। कड़ाके की ठंड के कारण झीलें और जलाशय जम गए हैं, जिससे पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है।
दिल्ली में कोहरे के कारण सड़क हादसों की संभावना बढ़ जाती है। वाहन चालकों को अतिरिक्त सावधानी बरतने और धीमी गति से वाहन चलाने की सलाह दी गई है। हिमाचल और कश्मीर जाने वाले पर्यटकों को बर्फबारी के दौरान सुरक्षित यात्रा के लिए पूरी तैयारी कर लेनी चाहिए। ओलावृष्टि से प्रभावित राज्यों के किसानों को अपनी फसलों को बचाने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए।
सर्दी का यह मौसम उत्तर भारत के लिए न केवल ठंड बल्कि कई मायनों में चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। इन प्राकृतिक बदलावों का सामना सावधानी और तैयारी के साथ किया जा सकता है।



