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Delhi Politics: जानिए दिल्ली की कितनी सीटों पर पूर्वांचल फैक्टर है?

बीएस राय: दिल्ली में जैसे-जैसे सर्दी बढ़ रही है, वैसे-वैसे राजनीति का तापमान भी चढ़ता जा रहा है। खासकर पूर्वांचल के मतदाताओं को लेकर जो राजनीतिक माहौल बन रहा है, वह दिलचस्प हो गया है। दिल्ली में पूर्वांचल के लोगों को अहम वोट बैंक माना जाता है और दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से करीब 35 पर इन मतदाताओं का सीधा असर पड़ता है।

इन सीटों पर हार-जीत का फैसला पूर्वांचलियों के वोटों पर निर्भर करता है। यही वजह है कि इस बार दिल्ली में भाजपा और आम आदमी पार्टी (आप) दोनों ही पूर्वांचल के मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने की पूरी कोशिश कर रही हैं। पूर्वांचलियों का राजनीतिक महत्व दिल्ली में कुल 1.5 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें से करीब 40-45 लाख मतदाता पूर्वांचल से आते हैं।

इनमें पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के लोग शामिल हैं। दिल्ली के विभिन्न इलाकों जैसे विकासपुरी, द्वारका, करावल नगर, मॉडल टाउन, बुराड़ी, उत्तम नगर, पटपड़गंज, लक्ष्मी नगर, बदरपुर, पालम, राजेंद्र नगर और देवली में इनका अच्छा खासा प्रभाव है। इन सीटों पर पूर्वांचल के मतदाताओं की संख्या 40 से 50 फीसदी हो सकती है, जो चुनाव परिणाम को निर्णायक बना सकते हैं।

आम आदमी पार्टी (आप) को 2015 और 2020 के विधानसभा चुनावों में पूर्वांचल के मतदाताओं का अच्छा समर्थन मिला था, जिससे पार्टी को दिल्ली में बड़ी सफलता मिली थी। लेकिन अब भाजपा आम आदमी पार्टी के इस प्रभावी वोट बैंक को तोड़ने की योजना बना रही है। भाजपा पूर्वांचलियों को अपनी ओर आकर्षित कर आप का गणित बिगाड़ने की कोशिश कर रही है। भाजपा नेता लगातार इस संबंध में बयान दे रहे हैं, जबकि आम आदमी पार्टी ने इन आरोपों का विरोध करते हुए खुद को पूर्वांचलियों का सच्चा हमदर्द बताया है।

हाल ही में दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) द्वारा अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों से संबंधित स्कूलों को जारी किए गए नोटिस ने इस विवाद को और बढ़ा दिया है। एमसीडी ने स्कूलों को अवैध बांग्लादेशी छात्रों की पहचान करने का निर्देश दिया और स्वास्थ्य विभाग को ऐसे प्रवासियों के लिए जन्म प्रमाण पत्र जारी करने से मना करने को कहा।

इसके अलावा एमसीडी ने कहा कि अगर बांग्लादेशी प्रवासियों ने अवैध निर्माण किए हैं, तो उन्हें तोड़ दिया जाना चाहिए। इस नोटिस के बाद सियासत में गरमाहट और भी बढ़ गई है। आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि भाजपा जानबूझकर पूर्वांचलियों को निशाना बना रही है, जबकि भाजपा का दावा है कि आप अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को मतदाता सूची में शामिल कर रही है। आप और भाजपा के आरोप-प्रत्यारोप आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कहा कि भाजपा जानबूझकर पूर्वांचलियों को निशाना बना रही है।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा की मंशा पूर्वांचलियों के मकान और दुकानों को गिराने की है। वहीं, भाजपा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि आप भ्रम फैला रही है। भाजपा नेता और दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का जन्म पटना में हुआ है और उनके दिल में पूर्वांचल के लोगों के लिए सम्मान और प्यार है।

उन्होंने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी भाजपा के खिलाफ दुष्प्रचार कर रही है। भविष्य का राजनीतिक परिदृश्य क्या है? दिल्ली की राजनीति में पूर्वांचल के मतदाताओं की भूमिका अहम रहने वाली है भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप से साफ है कि दोनों ही पार्टियां इस अहम वोट बैंक को हासिल करने की पूरी कोशिश कर रही हैं। आने वाले चुनाव तय करेंगे कि पूर्वांचल की जनता किस पार्टी की तरफ रुख करेगी और किस पार्टी को इसका राजनीतिक फायदा मिलेगा।

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