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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दी जेवर के किसानों को सौगात, जानिए इसकी वजह

बीएस राय: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जेवर एयरपोर्ट के लिए जमीन देने वाले किसानों को ₹4300/वर्गमीटर मुआवजा देने की घोषणा की। किसानों ने सीएम की घोषणा को ‘मनचाही मुराद’ बताया और ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए। अप्रैल 2025 में एयरपोर्ट का उद्घाटन किया जाएगा, जिससे रोजगार और कनेक्टिविटी बढ़ेगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के तीसरे चरण के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में किसानों को राहत और उत्साह की सौगात दी है। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को लखनऊ स्थित अपने आवास पर जेवर क्षेत्र के किसानों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने किसानों को मिलने वाले मुआवजे को ₹3100 प्रति वर्ग मीटर से बढ़ाकर ₹4300 प्रति वर्ग मीटर करने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने नियमानुसार ब्याज व पुनर्वास, रोजगार व सेवायोजन की व्यवस्था की बात कही।

योगी आदित्यनाथ की घोषणा से खुश किसानों ने ‘जय श्री राम’ के नारे लगाकर मुख्यमंत्री का अभिवादन किया। उन्होंने इस फैसले को ऐतिहासिक और अपनी ‘मनचाही मुराद’ बताया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अप्रैल 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एशिया के इस सबसे बड़े एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे।

भूमि अधिग्रहण के तीसरे चरण में मुख्यमंत्री ने यीडा (यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण) के सीईओ को किसानों की सभी लंबित समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इससे प्रभावित किसानों को उनकी जमीन का उचित मुआवजा और पुनर्वास मिल सकेगा।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर एशिया का सबसे बड़ा और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। इसका पहला चरण 2024-25 तक पूरा करने का लक्ष्य है। इस चरण में, हवाई अड्डा 12 मिलियन यात्रियों की वार्षिक क्षमता के साथ काम करना शुरू कर देगा। 2031 तक, यह क्षमता 30 मिलियन और दो रनवे तक विस्तारित की जाएगी।

हवाई अड्डे की चरणबद्ध विकास प्रक्रिया पहला चरण (2024-25): एक रनवे, 12 मिलियन यात्री क्षमता। दूसरा चरण (2031): दो रनवे, 30 मिलियन यात्री क्षमता। तीसरा और चौथा चरण: तीन अतिरिक्त रनवे, कुल क्षमता में प्रति वर्ष 295 मिलियन यात्री की वृद्धि। औद्योगिक और रोजगार के अवसर हवाई अड्डे का विकास न केवल एक परिवहन केंद्र होगा, बल्कि औद्योगिक, व्यापार और पर्यटन के लिए वरदान साबित होगा।

40 एकड़ भूमि में एमआरओ (रखरखाव, मरम्मत, ओवरहालिंग) सुविधाओं के निर्माण से वैश्विक विमानन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। इससे हजारों नौकरियां पैदा होंगी और विनिर्माण और निर्यात को बढ़ावा मिलेगा। एयरपोर्ट को यमुना एक्सप्रेसवे, ईस्टर्न पेरिफेरल रोड और दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड रेल से जोड़ा जा रहा है। प्रस्तावित आरआरटीएस रेल परियोजना से दिल्ली से नोएडा एयरपोर्ट तक का सफर मात्र 21 मिनट का रह जाएगा।
किसानों का अभूतपूर्व योगदान
मुख्यमंत्री ने किसानों के सहयोग और समझौतावादी रवैये की विशेष रूप से प्रशंसा की। अब तक बिना किसी विवाद के 3300 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है, जो विकास कार्यों में किसानों की सकारात्मक भूमिका को दर्शाता है।

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