बच्ची से दुराचार और हत्या मामले में फांसी की सजा

रायपुर /राजनांदगांव। सात वर्षीय नाबालिग बच्ची के साथ दुराचार और उसकी हत्या के मामले में बेमेतरा के नवागढ़ के रहने वाले दोषी दीपक बघेल को राजनांदगांव फास्ट ट्रैक कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। घटना लगभग सात माह पहले हुई थी।

राजनांदगांव जिले के सोमनी थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम बघेरा में इस साल 22 फरवरी को एक सात वर्षीय मासूम बच्ची को चॉकलेट का लालच देकर उसके साथ दुष्कर्म के बाद बच्ची की हत्या कर दी गई। मामले को दबाने के लिए आरोपित दीपक बघेल ने नाबालिग के शव को रेलवे ट्रैक पर चलती ट्रेन के सामने फेंक दिया था। सोमनी थाना पुलिस ने इस मामले की जांच के बाद बच्ची के मामा के दोस्त को गिरफ्तार कर पुख्ता सबूतों के साथ आरोपित को हिरासत में लिया था। इसके बाद मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चला। कोरोना काल की वजह से सुनवाई में कुछ बाधाएं आईं ।

मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट में पीड़ित पक्ष को त्वरित न्याय देने के लिए डीएनए टेस्ट के जरिए मामले की पुष्टि की गई। इसके बाद अन्य सबूतों और गवाहों के आधार पर फास्ट ट्रैक कोर्ट के विशेष जज अपर एवं जिला सत्र न्यायाधीश शैलेश शर्मा ने आरोपित दीपक बघेल को दोषी पाया। इस तरह लगभग आठ महीने के अंदर सुनवाई पूरी कर दोषी को फांसी की सजा सुनाई गई है। इस मामले में पीड़ित पक्ष के अधिवक्ता परवेज अख्तर थे।

Related Articles

Back to top button