विकास परियोजनाओं में गुणवत्ता व समयबद्धता का विशेष ध्यान रखा जाए : मुख्यमंत्री
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में आहूत एक बैठक में विकास कार्यों, कानून व्यवस्था, कोविड प्रबन्धन तथा स्वच्छता सम्बन्धी विभिन्न कार्यों की समीक्षा की।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि जनपद में 8871.27 करोड़ रुपए की 117 प्रमुख परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं। माह जुलाई एवं अगस्त में पूर्ण हो चुकी परियोजनाओं में तरना शिवपुर में सीवर लाइन के स्थानान्तरण का कार्य, रामनगर एस0टी0पी0 का कार्य, पशुधन फार्माें का सुदृढ़ीकरण, वरुणा नदी के चैनेलाइजेशन एवं तटीय विकास कार्य, बी0एच0यू0 में स्टूडेण्ट एक्टिविटी सेण्टर का निर्माण, बी0एच0यू0 में 200 कमरों का महिला छात्रावास, पंडित दीनदयाल उपाध्याय सरकारी कॉलेज, पलहीपट्टी में निर्माण व स्मार्ट सिटी के अन्तर्गत घाटों के रिवाइटलाइजेशन एवं फसाड इम्प्रूवमेण्ट के कार्य पूर्ण हो चुके हैं। अन्य परियोजनाओं पर तेजी से कार्य चल रहा है।
मुख्यमंत्री ने वाराणसी में गतिमान परियोजनाओं की प्रगति पर सन्तोष व्यक्त करते हुए कहा कि विकास परियोजनाओं में गुणवत्ता व समयबद्धता का विशेष ध्यान रखा जाए। वाराणसी में स्मार्ट सिटी तथा सेफ सिटी योजनाओं को आपसी समन्वय के साथ संचालित किया जाए। इससे कम खर्च में बेहतर परिणाम मिलेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वाराणसी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है। यहां प्रत्येक कार्य नियमानुसार, मानक के अनुरूप, अच्छे व अनुकरणीय हों। इसका पूरे देश में संदेश जाता है। 25 सितम्बर, 2021 को प्रदेश के प्रत्येक ब्लॉक में ‘गरीब कल्याण मेला’ आयोजित होगा। इसमें आरोग्य मेला, कृषि मेला व विभिन्न विभागों द्वारा जनकल्याणकारी योजनाओं के स्टॉल लगेंगे और पात्रों को योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को भव्यता के साथ मेले के आयोजन के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मेले का उद्घाटन जनप्रतिनिधि से कराएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के जन्मदिन को 13 से 19 सितम्बर तक सेवा सप्ताह के रूप में मनाया जाएगा। इसके अन्तर्गत अनेक जनकल्याणकारी कार्यक्रम आयोजित होंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी की खेलकूद को बढ़ावा देने की इच्छा के अनुरूप ग्राम पंचायत, ब्लॉक, तहसील, जिला तथा राज्य स्तर पर अलग-अलग खेलों में प्रतिस्पर्धाएं आयोजित कराने की योजना बनाकर कार्य करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बरसात व बाढ़ से गांवों व शहरों की सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं। पी0डब्ल्यू0डी0, नगर निगम, विकास प्राधिकरण, मण्डी समिति, गन्ना विकास, आर0ई0एस0 विभाग सड़कों का सर्वे कर एस्टिमेट बनाकर कार्य प्रारम्भ करें और दीपावली तक समस्त सड़कों को गड्ढामुक्त बनाएं। उन्होंने कहा कि वाराणसी में देश-विदेश के पर्यटक, श्रद्धालु आते हैं, यहां विशेष अभियान चलाकर स्वच्छता व सैनिटाइजेशन का कार्य करें। आज से स्वच्छता महाअभियान का प्रारम्भ किया गया है। बरसात व बाढ़ के बाद अभियान को सघनता से चलाएं, ताकि कोई बीमारी न फैले। इस कार्य से सभी जनप्रतिनिधि सक्रियता से जुड़ें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड प्रबंधन हेतु शासन के निर्देशों का पालन हो। वैक्सीनेशन को गंभीरता से लें और सभी लोग समय से दूसरी डोज भी लगवाएं। उन्होंने कहा कि अभी बुखार व अन्य बीमारियों के मरीज बढ़े हैं। इसलिए यह निगाह रखें कि कोई अस्पताल, पैथोलॉजी मरीज से मनमाना पैसा न वसूलंे। अस्पतालों, आई0एम0ए0, दवा विक्रेता संगठनों के साथ बैठक कर सुनिश्चित करें कि कहीं दवाओं व आवश्यक उपकरणों आदि की कमी न हो। कृत्रिम अभाव पैदा करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई हो। शुद्ध पेयजल, क्लोरोनेटेड पानी, गर्म पानी व अन्य सावधानियां बरतने के लिए लोगों को जागरूक करें।
बाढ़ के दौरान विभिन्न सहायता कार्यक्रमों यथा-नाव की व्यवस्था, खाद्यान्न वितरण, दवा किट वितरण, भूसा वितरण आदि सभी सामानों का संबंधित को भुगतान सुनिश्चित कर लिया जाए। ऑक्सीजन प्लांट ऑपरेशन हेतु प्रशिक्षित व्यक्ति रखे जाएं। विकास योजनाओं की प्रगति की पाक्षिक व साप्ताहिक समीक्षा कर समयबद्धता के साथ पूर्ण करने की कार्यवाही हो। राजस्व से जुड़े मामलों की विशेष समीक्षा की जाए तथा थाना दिवसों व समाधान दिवसों पर प्राप्त शिकायतों का तत्परता से निस्तारण करें और शिकायतकर्ता की संतुष्टि भी लें। महिलाओं के मामलों में संवेदनशीलता से कार्यवाही करें। पुलिस, नगर निगम, प्रशासन सभी मिलकर ट्रैफिक व्यवस्था को सुदृढ़ रखें। संचारी रोग नियंत्रण अभियान में सभी विभाग प्रभावी कार्यवाही करें, ताकि रोगों से बचाव रहे। उन्होंने पावर कॉरपोरेशन को निर्देशित किया कि शहरी क्षेत्रों के साथ ग्रामीण इलाकों में भी कहीं लकड़ी के पोल या बिजली के खंभों पर भारी संख्या में लटकते, झूलते तारों के लिए प्लानिंग कर ठीक कराने की कार्रवाई करें। नगर क्षेत्र से नए जुड़े गांवों में सीवर, सड़क, जल निकासी के कार्यों हेतु भी ठोस प्रस्ताव तैयार कर कार्यवाही को आगे बढ़ाएं।
बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि टाउनहॉल, बेनियाबाग व सर्किट हाउस की पार्किंग अक्टूबर तक पूर्ण हो जाएगी। खिड़कियां घाट का फेज 1 नवंबर में पूर्ण हो जाएगा। विकास प्राधिकरण द्वारा नक्शा सप्ताह व नक्शा दिवस आयोजित कर 109 नक्शे पास किए गए। वर्तमान में समय सीमा से अधिक का कोई नक्शा लंबित नहीं है। बाढ़ राहत एवं बचाव कार्यों हेतु लगायी गई नावों, खाद्यान्न इत्यादि कार्यों के लिए एक करोड़ 12 लाख रुपए का भुगतान हो चुका है, अवशेष भुगतान की कार्यवाही हो रही है। जनपद में अब तक 18 लाख लोगों का कोविड वैक्सीनेशन हो चुका है। कोविड की सम्भावित थर्ड वेव के दृष्टिगत दो हजार मेडिकल, पैरामेडिकल कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया है। मार्केट में रात्रि 10 बजे से 12 बजे तक विशेष सफाई अभियान चलाया जाता है। फीवर ट्रैकिंग में अब तक 67,965 टेस्ट कराए गए हैं। प्रभावित लोगों को अलग-अलग अस्पतालों में इलाज हुआ है। स्वच्छता, सैनिटाइजेशन के साथ फॉगिंग व एण्टी लार्वा के छिड़काव की कार्यवाही लगातार की जा रही है। आर0आर0टी0 टीमें व निगरानी समितियां सक्रिय हैं। पर्याप्त संख्या में अस्पतालों, दवा दुकानों पर दवाइयां उपलब्ध हैं।
बैठक में पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री अनिल राजभर, पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ0 नीलकंठ तिवारी, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रविन्द्र जायसवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा अपर मुख्य सचिव सूचना एवं एम0एस0एम0ई0 श्री नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।