Trending

अंडर-19 एशिया कप: भारत की 90 रन की जीत, हैंडशेक न होने पर भी नजरें

अंडर-19 एशिया कप के ग्रुप ए मैच में भारत ने गेंदबाजी के दम पर पाकिस्तान पर पूरी तरह दबदबा बनाते हुए 90 रन की प्रभावशाली जीत दर्ज की।

ऑलराउंडर कनिष्क चौहान और तेज गेंदबाज दीपेश देवेंद्रन की अगुवाई में भारतीय गेंदबाजों ने अनुशासित प्रदर्शन किया, जिससे पाकिस्तान लक्ष्य के करीब भी नहीं पहुंच सका। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत 46.1 ओवर में 240 रन पर सिमट गया।

पारी का आधार आरोन जॉर्ज ने 85 रन की संयमित और जिम्मेदार पारी खेलकर रखा। कप्तान आयुष म्हात्रे ने आक्रामक शुरुआत करते हुए 38 रन बनाए, जबकि कनिष्क चौहान ने 46 रन जोड़कर अंत के ओवरों में स्कोर को गति दी।

पाकिस्तान से मोहम्मद सैयाम ने शुरुआती 10 ओवरों के भीतर दोनों सलामी बल्लेबाजों को आउट किया। सैयाम ने तीन विकेट लिए, वहीं अब्दुल सुभान ने तीन विकेट झटके और निकाब शफीक को दो सफलता मिली।

शुरुआती झटकों के बाद जॉर्ज ने लगातार गैप तलाशते हुए बीच के ओवरों में पारी को स्थिरता दी। आखिरी ओवरों में चौहान की तेज बल्लेबाजी, जिसने भारत को नियमित अंतराल पर विकेट गिरने के बावजूद 230 रन के पार पहुंचाया।

241 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान की टीम खराब शुरुआत से उबर नहीं सकी। 30 रन पर चार विकेट गिरने से उसकी पारी लड़खड़ा गई, जिसमें देवेंद्रन ने अपने शुरुआती स्पैल में तीन विकेट चटकाए।

कप्तान फरहान यूसुफ (23) और हुजैफा अहसान ने पारी संभालने का प्रयास किया, लेकिन चौहान की धारदार ऑफ-स्पिन ने इस साझेदारी को तोड़ दिया।

अहसान ने 70 रन बनाकर पाकिस्तान की ओर से शीर्ष स्कोरर रहे, मगर दूसरे छोर से उन्हें कोई ठोस सहयोग नहीं मिला। पूरी पाकिस्तानी टीम 41.2 ओवर में 150 रन पर ढेर हो गई।

गेंदबाजी में चौहान ने तीन विकेट लिए, जबकि देवेंद्रन ने तीन विकेट हासिल किए। इन दोनों के सटीक और दबाव भरे स्पैल ने मैच पर भारत की पकड़ मजबूत बनाए रखी और ग्रुप ए के इस अहम मुकाबले में टीम को शानदार जीत दिलाई।

मैच के दौरान और बाद में एक और पहलू चर्चा में रहा। टॉस के समय और मुकाबले के बाद दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने एक-दूसरे से हाथ नहीं मिलाया।

यह हाल ही में समाप्त हुए एशिया कप 2025 के दौरान भारतीय पुरुष टीम द्वारा अपनाए गए ‘नो-हैंडशेक’ प्रोटोकॉल की निरंतरता का संकेत था।

इसी टूर्नामेंट में भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन मोहसिन नकवी से विजेता ट्रॉफी लेने से भी इनकार कर दिया था, जिससे यह प्रोटोकॉल और स्पष्ट रूप से सामने आया।

Related Articles

Back to top button