Trending

रूस ने काला सागर में तुर्की के जहाज पर कर दिया मिसाइल अटैक 

राघवेन्द्र प्रताप सिंह: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन और तुर्की के राष्ट्रपति तैय्यप एर्दोगन तुर्कमेनिस्तान की राजधानी अश्गाबात में शुक्रवार को आयोजित अंतरराष्ट्रीय शांति एवं विश्वास मंच में हिस्सा ले रहे थे। इस कार्यक्रम से इतर दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक भी चल रही थी। मगर दूसरी ओर तुर्की लगातार यूक्रेन की युद्ध में मदद कर रहा था। ऐसे में रूस ने दगाबाज तुर्की को सबक सिखाने में जरा भी देर नहीं की। एर्दोगन और पुतिन की तुर्कमेनिस्तान में चल रही मीटिंग के दौरान ही इधर रूसी सेना ने काला सागर में तुर्की के जहाज पर बड़ा मिसाइल हमला कर दिया ।

रूस के खिलाफ युद्ध में मदद करने के लिए तुर्की के मालवाहक जहाज Cenk RoRo कीव के लिए बिजली जनरेटर (AKSA) ले जा रहा था। बता दें कि रूस ने यूक्रेन के बिजली घरों, पावर हाउस समेत अन्य ऊर्जा ठिकानों पर लगातार हमला किया है। इससे यूक्रेन में भारी ऊर्जा संकट पैदा हो गया है। तुर्की ने यूक्रेन की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए उसे बिजली जनरेटर की सप्लाई कर रहा था। रूसी सेना ने यह सूचना मिलते ही तुर्की के जहाज पर बैलिस्टिक मिसाइल से हमला कर दिया। यह हमला यूक्रेन के ओडेसा बंदरगाह पर किया गया, क्योंकि तुर्की का जहाज वहीं मौजूद था। रूस ने बैलिस्टिक मिसाइल हमले करने के बाद कहा, “जो भी रूस को नुकसान पहुंचाएगा, उसे कीमत चुकानी पड़ेगी!”

तुर्की के जहाज पर काला सागर में रूसी हमले के बाद का वीडियो सामने आया है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि जहाज आग की लपटों में घिर गया है और धू-धू करके तेजी से जल रहा है। बता दें कि काला सागर में रूसी जहाजों को निशाना बनाने की यूक्रेनियों को अनुमति देने के बाद तुर्की के खिलाफ रूस की यह पहली कड़ी प्रतिक्रिया है। रूस ने तुर्की के मालवाहक जहाज को मिसाइल हमले में उड़ा दिया है।

यूक्रेन राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की का बयान :

राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने बयान में कहा है कि आज रूसी सेना ने हमारे ओडेसा क्षेत्र पर मिसाइल हमला किया, और कल रात भी ओडेसा की ऊर्जा अवसंरचना पर रूसी हमला हुआ था। एक समय हमने राष्ट्रपति ट्रंप के साथ इस शहर की स्थिति और ओडेसा के लोगों के बारे में बात की थी। आज के रूसी हमले का पहले जैसे कई अन्य हमलों की तरह कोई सैन्य उद्देश्य नहीं था और हो भी नहीं सकता था। चेर्नोमोर्स्क बंदरगाह में एक नागरिक जहाज क्षतिग्रस्त हो गया। इससे एक बार फिर साबित होता है कि रूसी न केवल वर्तमान कूटनीतिक अवसर को गंभीरता से लेने से इनकार कर रहे हैं, बल्कि यूक्रेन में सामान्य जीवन को पूरी तरह नष्ट करने के उद्देश्य से युद्ध जारी रखे हुए हैं। ऐसी परिस्थितियों में यह जरूरी है कि दुनिया सही नैतिक दिशा बनाए रखे।

Related Articles

Back to top button