संस्कार सारस्वत ने गुवाहाटी मास्टर्स में जताया दम, जीता सुपर 100 खिताब

राजस्थान के संस्कार सारस्वत ने रविवार को यहां गुवाहाटी मास्टर्स के पुरुष एकल फाइनल में मिथुन मंजूनाथ को तीन गेम में मात देकर अपना पहला सुपर 100 खिताब जीता।

जोधपुर के 19 वर्षीय खिलाड़ी ने स्मैश की बौछार करके पूर्व राष्ट्रीय विजेता मंजूनाथ को 21-11, 17-21, 21-13 से हराया। भारतीय खिलाड़ियों के बीच यह फाइनल 50 मिनट तक चला।

सारस्वत ने पिछले साल बेंगलुरु में अर्श मोहम्मद के साथ अपना पहला सीनियर राष्ट्रीय युगल खिताब जीता था और इससे पहले जूनियर एकल का खिताब भी जीता था। यह जोड़ी पिछले साल सितंबर में 31वें स्मिट कृष्णा खेतान मेमोरियल बैडमिंटन टूर्नामेंट में अंडर-19 इवेंट में उपविजेता भी रही थी।

साभार : गूगल

अपने दाहिने पैर पर टेप लगाकर खेलते हुए सारस्वत पहले गेम के शुरू में बढ़त बनाए थे। लेकिन मंजूनाथ ने 7-7 की बराबरी हासिल की। दोनों खिलाड़ियों ने एक-दूसरे की गलतियों का फायदा उठाया।

सारस्वत ने ब्रेक तक 11-9 की मामूली बढ़त बनाई हुई थी लेकिन आक्रामक शॉट्स लगाकर इसे 14-10 तक बढ़ा दिया। मंजूनाथ अपने प्रतिद्वंद्वी के क्रॉस-कोर्ट और डाउन-द-लाइन स्मैश को समझने में संघर्ष कर रहे थे जिससे सारस्वत नौ गेम प्वाइंट तक पहुंच गए और आसानी से पहला गेम जीता।

दूसरे गेम में सारस्वत ने आक्रामक खेल जारी रखा और अपने तेज स्मैश से 8-2 की बढ़त बना ली जिससे मंजूनाथ दबाव में आ गए। कर्नाटक के शटलर ने जोरदार वापसी की और लगातार पांच अंक जीतकर बराबरी की और ब्रेक तक 11-10 से आगे हो गए।

फिर लय बदल गई क्योंकि मंजूनाथ ने पिछड़ने के बाद 18-16 की बढ़त हासिल कर ली। फिर सारस्वत की गलतियों ने उन्हें तीन गेम प्वाइंट दिए जिससे उन्हें निर्णायक गेम तक पहुंचने में मदद मिली।

तीसरे गेम में सारस्वत आक्रामक इरादे से उतरे और 7-0 की बढ़त बना ली। मंजूनाथ कुछ समय के लिए अंतर कम करने में कामयाब रहे, लेकिन सारस्वत ने नियंत्रण बनाए रखा और ब्रेक तक 11-5 की बढ़त बना ली।

फिर उन्होंने बढ़त को 14-6 तक बढ़ाया और आठ मैच प्वाइंट हासिल किए। सारस्वत ने अपने दूसरे मौके पर एक डीप रिटर्न के साथ मैच जीत लिया। सारस्वत अपने पिता राज की वजह से इस खेल में आए जो खुद एक राष्ट्रीय स्तर के एकल और युगल खिलाड़ी रह चुके हैं।

महिला एकल फाइनल में विश्व जूनियर चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता तन्वी शर्मा को चीनी ताइपे की तुंग सिउ-टोंग से 18-21 18-21 से हारी, जिससे वह उप विजेता रहीं।

पंजाब की 16 वर्षीय खिलाड़ी पिछले हफ्ते सैयद मोदी इंटरनेशनल सुपर 300 के सेमीफाइनल में पहुंची थीं। वह पिछले वर्ष ओडिशा मास्टर्स के फाइनल में पहुंची थीं, इस वर्ष के अमेरिकी ओपन सुपर 300 और विश्व जूनियर चैंपियनशिप में उप विजेता रही थीं।

भारतीय पुरुष युगल जोड़ी पृथ्वी कृष्णमूर्ति रॉय और साई प्रतीक एकतरफा फाइनल में मलेशिया के कांग खाई जिंग और आरोन ताई की छठी वरीय जोड़ी से 13-21 18-21 से हारने के बाद दूसरे स्थान पर रहे।

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