आईएसएसएफ विश्व कप फाइनल : सुरुचि ने जीता सोना, संयम की चांदी
आईएसएसएफ विश्व कप फाइनल के पहले दिन भारत की शुरुआत भले ही 10 मीटर राइफल स्पर्धाओं में निराशाजनक रही हो, दिन का पूरा रुख दो युवा पिस्टल निशानेबाजों—सुरुचि सिंह और संयम—ने बदल दिया।
इन दोनों के बेहतरीन प्रदर्शन ने न केवल भारत को मजबूती से मेडल तालिका में ऊपर पहुंचाया, बल्कि सत्र के समापन चरण की शुरुआत को भी बेहद प्रभावशाली बना दिया।
महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में प्रतिभाशाली सुरुचि सिंह ने अपने बेहतरीन फॉर्म को जारी रखते हुए 245.1 के दमदार स्कोर के साथ स्वर्ण पदक जीता। उनकी साथी संयम ने भी फाइनल में जबरदस्त लय दिखाते हुए 243.3 के स्कोर के साथ रजत पदक हासिल किया।

दोनों की इस उपलब्धि ने भारत को शुरुआती निराशा के बाद बड़ी बढ़त दिलाई। दो बार की ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मनु भाकर फाइनल में तो पहुँचीं, पर 179.2 के स्कोर के साथ पाँचवें स्थान पर रहीं।
सुरुचि का ये फॉर्म कोई अचानक की चमक नहीं है। इस साल लगातार चार विश्व कप स्वर्ण पदक जीतने के बाद वे सितंबर–अक्टूबर में विश्व रैंकिंग में पहले स्थान पर थीं। यहां भी उन्होंने 586 के स्कोर के साथ क्वालिफिकेशन में दूसरा स्थान पाया।
भाकर 578 के साथ छठे स्थान पर और संयम 573 के साथ आठवें स्थान पर रहकर मुश्किल से फाइनल में पहुंचीं। फाइनल में 21 वर्षीय संयम लंबे समय तक शीर्ष पर रहीं, लेकिन एलिमिनेशन राउंड में चार बार 9.5 आने से बढ़त गंवा बैठीं और अंततः सुरुचि ने बाजी मार ली।
झज्जर जिले के एक हवलदार की बेटी सुरुचि को स्वर्ण के लिए 5,000 यूरो, जबकि संयम को 4,000 यूरो का पुरस्कार मिला। पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में भारत के पूर्व विश्व विजेता रुद्रांक्ष पाटिल और पेरिस ओलंपिक फाइनलिस्ट अर्जुन बबूता क्रमशः चौथे और छठे स्थान पर रहे।
इलावेनिल वलारिवन महिलाओं की 10 मीटर राइफल स्पर्धा के क्वालिफिकेशन में 630 के स्कोर के साथ नौवें स्थान पर रहीं और फाइनल में नहीं पहुँच सकीं।
रुद्रांक्ष, जिन्होंने इस सत्र में ब्यूनस आयर्स विश्व कप में स्वर्ण जीता था, यहाँ 631.9 के साथ क्वालिफिकेशन में चौथे स्थान पर रहे। बबूता 633.3 के साथ तीसरे स्थान पर रहकर फाइनल में पहुँचे। फाइनल में रुद्रांक्ष ने 209.9 अंक जुटाए।
इस स्पर्धा में स्वीडन के पूर्व विश्व चैंपियन विक्टर लिंडग्रेन ने 253.0 अंक के साथ स्वर्ण और 5,000 यूरो जीते। चीन के दो बार के ओलंपिक स्वर्ण विजेता शेंग लिहाओ 252.6 के साथ रजत और 4,000 यूरो पाए। हंगरी के दिग्गज इस्तवान पेनी ने कांस्य पर कब्जा किया।
शॉटगन ट्रैप स्पर्धा में भी भारत के लिए चुनौती भरा दिन रहा। विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता जोरावर संधू 12 में से नौवें स्थान पर रहे। शॉटगन इवेंट में भारत से वे अकेले निशानेबाज हैं।



