नई भूमिका में गायकवाड़ का धमाका : पहले फ्लॉप, दूसरे मैच में शतक से दिया जवाब

ऋतुराज गायकवाड़ साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले वनडे में फ्लॉप रहे थे। उन्होंने चौथे नंबर पर उतरने के बाद 8 गेंदों में 14 रन बनाए।

सीमित ओवरों के क्रिकेट में विशेषज्ञ सलामी बल्लेबाज गायकवाड़ को दूसरे मैच में अपनी नई भूमिका से सामंजस्य बिठाने में ज्यादा परेशानी नहीं हुई। उन्होंने रायपुर में 83 गेंदों में 105 रन बनाए, जिसमें 12 चौके और दो सिक्स हैं। यह 28 वर्षीय बल्लेबाज का पहला वनडे शतक था। उन्होंने विराट कोहली (102) के साथ 195 रनों की दमदार साझेदारी की।

भारत के लिए वनडे में श्रेयस अय्यर ने चौथे नंबर पर अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन चोटिल होने के कारण टीम प्रबंधन ने गायकवाड़ को यह जिम्मेदारी सौंपी। अश्विन ने गायकवाड़ को लेकर क्लियर कट अपने ‘मन की बात’ बताई है।

साभार : गूगल

अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, “ऋतुराज एक सलामी बल्लेबाज हैं। कुछ लोग कहते हैं कि उन्हें नंबर-4 पर बैटिंग नहीं करनी चाहिए। आईपीएल में आपके बेस्ट बल्लेबाज टॉप तीन में होने चाहिए। लेकिन वनडे में ऋतुराज के लिए नंबर-4 पर संभावनाएं हैं। वह सीमर्स को अच्छी तरह हैंडल करते हैं।

उन्हें मूविंग बॉल के खिलाफ थोड़ी दिक्कत है और अगर वह नंबर-4 पर बैटिंग करते है तो उसका इतना सामना नहीं करना पड़ेगा। वह स्पिन के एक शानदार प्लेयर हैं और विकेटों के बीच तेजी से दौड़ते हैं। उसके पास सभी शॉट्स हैं।

नंबर-4 पर बैटिंग करने के लिए उन्हें और कुछ साबित करने की जरूरत नहीं है।” पूर्व स्पिनर का मानना है कि गायकवाड़ को वनडे में लंबे समय तक चांस मिलने चाहिए। उन्होंने कहा कि अय्यर के लौटने के बावजूद गायकवाड़ को भारतीय प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जा सकता है।

अश्विन ने कहा, “अगर श्रेयस अय्यर वापस भी आते हैं तो भी आप ऋतुराज गायकवाड़ को जगह दे सकते हैं। मुझे ठीक से नहीं मालूम कि कैसे, लेकिन मैंने कई नए आइडिया सोचे हैं। क्या आप ऋतुराज को ऊपर भेजेंगे? मुझे पक्का नहीं पता। वह शानदार खिलाड़ी हैं और लंबे समय तक खेलने के हकदार हैं।” अय्यर ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कैच लेने के दौरान चोटिल हो गए थे। उन्हें सिडनी में अस्पताल में एडमिट होना पड़ा था।

वहीं, गायकवाड़ ने रायपुर वनडे के बाद स्वीकार किया कि नंबर-4 पर बैटिंग चुनौती थी। उन्होंने कहा, ”मैं हां कहूंगा क्योंकि नंबर चार पर बल्लेबाजी करना भी मेरे लिए एक चुनौती थी।” गायकवाड़ ने कहा, ”मेरे लिए यह सम्मान की बात है की टीम प्रबंधन ने एक ऐसे सलामी बल्लेबाज पर भरोसा दिखाया जो चौथे नंबर पर भी बल्लेबाजी कर सकता है।

मैंने अपनी इस भूमिका को इसी तरह से लिया।” उन्होंने आगे कहा, ”यह केवल शुरुआती 10 से 15 गेंद खेलने का मामला होता है और उसके बाद प्रक्रिया समान रहती है।” इंडिया वर्सेस साउथ अफ्रीका वनडे सीरीज का तीसरा और निर्णायक मैच शनिवार को विशाखापट्टनम में होगा।

Related Articles

Back to top button